Papaya Leaves for boosting Platelets in Dengue : डेंगू के मरीजों के लिए पपीते के पत्तों का उपयोग एक प्राकृतिक और प्रभावी उपचार माना जाता है। डेंगू एक वायरल इंफेक्शन है, जो मच्छर के काटने से होता है और इसके कारण बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और प्लेटलेट काउंट (रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या) में गिरावट जैसी समस्याएं हो सकती हैं। प्लेटलेट्स की कम संख्या गंभीर स्थिति उत्पन्न कर सकती है, क्योंकि यह शरीर के रक्तसंचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पपीते के पत्तों में ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो डेंगू के मरीजों को ठीक होने में सहायक होते हैं। आइए जानें कि पपीते के पत्ते डेंगू के मरीजों के लिए कैसे फायदेमंद हैं और इनका उपयोग कैसे किया जा सकता है।
पपीते के पत्तों के औषधीय गुण
पपीते के पत्तों में एंजाइम्स जैसे पपेन और काइमोपपेन मौजूद होते हैं, जो पाचन में सहायक होते हैं और शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। इन पत्तों में कई विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो शरीर के विभिन्न अंगों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह प्लेटलेट काउंट को तेजी से बढ़ाने के लिए भी जाना जाता है, जिससे डेंगू के मरीजों को लाभ मिलता है।
पपीते के पत्तों के फायदे
1. प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में सहायक
डेंगू बुखार के दौरान प्लेटलेट काउंट में तेजी से गिरावट होती है, जो मरीज की सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। पपीते के पत्तों का रस या उनका सेवन प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने में सहायक होता है। अध्ययनों के अनुसार, पपीते के पत्तों में ऐसे तत्व होते हैं जो रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या को नियंत्रित कर सकते हैं और मरीज को जल्दी ठीक होने में मदद करते हैं।
2. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना
पपीते के पत्तों में विटामिन A, C, और E भरपूर मात्रा में होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट्स की तरह कार्य करते हैं। ये तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे डेंगू वायरस के खिलाफ लड़ने में सहायता मिलती है। यह मरीज की रिकवरी प्रक्रिया को तेज करता है और उसे मजबूत बनाता है।
3. लिवर की कार्यक्षमता में सुधार
डेंगू बुखार के दौरान लिवर पर भी असर पड़ता है, जिससे मरीज की पाचन क्षमता कम हो सकती है। पपीते के पत्तों में ऐसे तत्व होते हैं जो लिवर को साफ करते हैं और उसकी कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं। यह विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होते हैं, जिससे मरीज को जल्दी राहत मिलती है।
4. सूजन और दर्द को कम करना
पपीते के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। डेंगू के कारण होने वाले जोड़ों के दर्द और सूजन में पपीते के पत्तों का उपयोग राहत दे सकता है।
पपीते के पत्तों का उपयोग कैसे करें?
पपीते के पत्तों का रस
पपीते के कुछ ताजे पत्तों को लें और उन्हें अच्छे से धो लें।
पत्तों को छोटे टुकड़ों में काट लें और मिक्सर में पीस लें।
इस पेस्ट को एक साफ कपड़े में डालकर उसका रस निकालें।
इस रस को दिन में 2 बार पीएं, लेकिन इसकी मात्रा सीमित रखें (1-2 चम्मच)।
पपीते के पत्तों का काढ़ा
कुछ पपीते के पत्तों को लेकर धो लें और काट लें।
एक कप पानी में इन पत्तों को डालें और 10-15 मिनट तक उबालें।
इस काढ़े को ठंडा होने के बाद छान लें और दिन में 1-2 बार पीएं।
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