2. बढ़ती उम्र के साथ कम एक्टिव होना सामान्य है:
यह भी एक मिथक है। उम्र बढ़ने के साथ एक्टिव रहना और भी ज़्यादा ज़रूरी हो जाता है। एक्सरसाइज से उम्र बढ़ने के साथ होने वाली कई स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को कम किया जा सकता है।
3. एक्सरसाइज का एक परफेक्ट फॉर्म होता है:
यह भी सच नहीं है। एक्सरसाइज का कोई एक परफेक्ट फॉर्म नहीं होता। सबसे ज़रूरी बात यह है कि आप एक्सरसाइज को सही तरीके से करें और अपने शरीर को सुनें।
4. दौड़ना घुटनों के लिए हानिकारक है:
यह भी एक मिथक है। दौड़ना आपके घुटनों के लिए बुरा नहीं है, बल्कि यह आपके घुटनों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है।
5. एक्सरसाइज लंबी उम्र की गारंटी है:
यह भी पूरी तरह सच नहीं है। एक्सरसाइज लंबी उम्र के लिए ज़रूरी है, लेकिन यह अकेले लंबी उम्र की गारंटी नहीं है। एक्सरसाइज के साथ-साथ हेल्दी डाइट, अच्छी नींद और तनाव प्रबंधन भी ज़रूरी है।
जॉन अब्राहम का मानना है कि इन मिथकों को तोड़कर हम लोगों को एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। एक्सरसाइज से न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। इसलिए, अगर आप एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाने की सोच रहे हैं, तो इन मिथकों को न मानें और एक्सरसाइज शुरू कर दें।
अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।