हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान मौत, जानिए इस प्रक्रिया में क्या सावधानी जरूरी और किन्हें नहीं कराना चाहिए हेअर ट्रांसप्लांट

WD Feature Desk

मंगलवार, 13 मई 2025 (13:04 IST)
Hair transplant precautions: हाल ही में कानपुर जिले के पनकी प्लांट में सहायक इंजीनियर पद पर काम करने वाले विनीत दुबे की हेयर ट्रांसप्लांट के बाद जान चली गई। विनीत गोरखपुर के रहने वाले थे। हेयर ट्रांसप्लांट के बाद विनीत के पूरे चेहरे पर सूजन आ गई थी। तबियत ज्यादा खराब होने पर विनीत को कानपुर के एक बड़े अस्पताल में भर्ती किया लेकिन इंफेक्शन काफी बढ़ चुका था। पूरे शरीर में संक्रमण फैलने से उनकी मौत हो गई। 

आजकल गंजेपन की समस्या आम होती जा रही है, और इससे निजात पाने के लिए हेयर ट्रांसप्लांट एक लोकप्रिय विकल्प के तौर पर उभरा है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें सिर के पिछले हिस्से, जहां घने बाल होते हैं, वहां से बालों के रोम (hair follicles) निकालकर गंजेपन वाले क्षेत्र में प्रत्यारोपित कर दिए जाते हैं। सुनने में यह प्रक्रिया जितनी आसान लगती है, हकीकत में उतनी ही जटिल है और इसमें सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। आइए, हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करते हैं।

हेयर ट्रांसप्लांट क्या होता है?
हेयर ट्रांसप्लांट एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य गंजेपन या कम बालों वाले क्षेत्रों में प्राकृतिक बालों को फिर से उगाना है। इस प्रक्रिया में सर्जन आपके सिर के उस हिस्से से बालों के रोम निकालते हैं जहां बाल घने होते हैं (डोनर एरिया) और उन्हें गंजे या पतले बालों वाले क्षेत्र (रेसिपिएंट एरिया) में प्रत्यारोपित करते हैं। प्रत्यारोपित बाल आमतौर पर प्राकृतिक बालों की तरह ही बढ़ते हैं और उन्हें काटा, धोया और स्टाइल किया जा सकता है।

कितने तरह का होता है हेयर ट्रांसप्लांट?
मुख्य रूप से हेयर ट्रांसप्लांट दो तकनीकों का उपयोग करके किया जाता है:
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किन लोगों को मिलता है हेयर ट्रांसप्लांट का फायदा?
हेयर ट्रांसप्लांट उन लोगों के लिए एक प्रभावी समाधान हो सकता है जो निम्नलिखित समस्याओं से जूझ रहे हैं:
हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हर कोई हेयर ट्रांसप्लांट के लिए उपयुक्त उम्मीदवार नहीं होता है। इसके लिए डोनर एरिया में पर्याप्त घने बाल होना जरूरी है।

हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान किन दिक्कतों का करना पड़ सकता है सामना
हेयर ट्रांसप्लांट एक सर्जिकल प्रक्रिया है, इसलिए इसमें कुछ संभावित दिक्कतें और साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
 
किन लोगों को नहीं कराना चाहिए हेयर ट्रांसप्लांट?
कुछ ऐसी स्थितियां हैं जिनमें हेयर ट्रांसप्लांट कराना उचित नहीं होता है, जैसे कि:
 
हेयर ट्रांसप्लांट के बाद क्या होता है?
हेयर ट्रांसप्लांट के बाद कुछ दिनों तक आपको सूजन, दर्द और खुजली महसूस हो सकता है, जिसके लिए दवाएं दी जाती हैं। प्रत्यारोपित बालों को छूने या धोने के लिए विशेष निर्देश दिए जाते हैं। कुछ हफ्तों के भीतर, प्रत्यारोपित बाल झड़ सकते हैं, जिसे "शॉक लॉस" कहा जाता है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है और इसके बाद नए बाल उगना शुरू होते हैं। आमतौर पर, हेयर ट्रांसप्लांट के पूर्ण परिणाम दिखने में 6 से 12 महीने लग सकते हैं।

हेयर ट्रांसप्लांट करवाते समय क्या ध्यान रखना चाहिए?
हेयर ट्रांसप्लांट करवाने का निर्णय लेने से पहले निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना जरूरी है:
हेयर ट्रांसप्लांट गंजेपन की समस्या का एक प्रभावी समाधान हो सकता है, लेकिन यह एक गंभीर चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें सावधानी बरतना और सही जानकारी प्राप्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जल्दबाजी में या बिना सोचे-समझे लिया गया निर्णय निराशाजनक परिणाम दे सकता है। इसलिए, हमेशा एक योग्य पेशेवर से सलाह लें और सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद ही आगे बढ़ें।
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