वर्ष 2020 की सेहत संबंधी 20 बड़ी बातें

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वर्ष 2020 में पूरे विश्व में सिर्फ एक ही नाम गूंजा और वह है कोरोनावायरस। इस वायरस से निपटने के लिए लोगों ने तमाम तरह के उपायों को आजमाया। साफ-सफाई, हाथों को साफ रखना, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग आदि। ये एक ऐसे हथियार हैं, जो कोरोना के कहर से लोगों को बचाने में मददगार हैं। वहीं वर्ष 2020 लोगों के जीवन में कई तरह के बदलाव लेकर आया जिसमें सेहत संबंधी कई बदलाव देखे गए, क्योंकि कोरोना काल में खुद को स्वस्थ और कोरोना से दूर रखना किसी चुनौती से कम नहीं था। तो आइए जानते हैं कि साल 2020 में सेहत से जुड़ीं 20 बड़ी बातों के बारे में...
 
वर्ष 2020 में कोरोना के कहर के साथ-साथ लोगों ने कई अन्य बीमारियों का भी सामना किया। इसी के साथ सेहतमंद जिंदगी को पाने व बीमारियों से दूर रहने के लिए कुछ बातों को अपनी दिनचर्या में शामिल किया। आइए जानते हैं...
 
1- कोरोना काल में सेहत के लिए लोगों में काफी जागरूकता देखी गई। रोगों से दूर रहने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना बेहद जरूरी है। इस बात को लोगों ने समझा और अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल किया, जो रोगों से लड़ने के लिए शरीर को अंदर से मजबूत कर सके।
 
2- स्वच्छता का ख्याल- साल 2020 कोरोना का साल रहा, यह कहना गलत नहीं होगा। इस वर्ष लोगों का पूरा ध्यान अपनी सेहत और खुद को कैसे स्वस्थ रख सकते हैं, यह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण रहा। कोरोना से बचाव के लिए लोगों ने व्यक्तिगत हाइजीन का ख्याल रखा। उचित समय पर हाथ धोना और अपने हाथों को साफ रखना सेहत के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है ताकि वायरस से दूर रहा जा सके।
 
3- मानसिक तनाव- कोरोनावायरस लोगों में मानसिक तनाव लेकर आया। लोगों के मन में उनकी सेहत, करियर व नौकरी आदि इन तमाम बातों को लेकर चिंता बनी रही जिस वजह से वे मानसिक रूप से खुद स्वस्थ महसूस नहीं कर पाए। पूरी नींद न होने, पूरे वक्त कोरोना से जुड़ी खबरों को सुनने-पढ़ने की वजह से लोगों में चिड़चिड़ापन देखा गया। कुछ लोग उदासी, बोरियत, अकेलापन और निराशा से भी जूझते नजर आए।
 
4- मास्क है तो जीवन है- वर्ष 2020 में कोरोना से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है, इसे सुरक्षा कवच कहना गलत नहीं होगा। मास्क के इस्तेमाल से लोग कोरोना जैसी घातक बीमारी से बच सकते हैं। लेकिन पूरे वक्त मास्क लगाकर रखने की वजह से लोगों में स्किन से जुड़ी समस्याएं भी देखने को मिलीं।
 
5- वर्क फ्रॉम होम कल्चर- वर्ष 2020 में लोगों को वर्क फ्रॉम होम मिला जिससे ऐसे में लंबे वक्त एक जगह बैठकर काम करने की वजह से लोगों में पीठ व कमर दर्द की परेशानियां बढ़ीं।
 
6- कोरोनावायरस से बचने के लिए लंबे समय तक मास्क लगाए रखने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत, सिर में दर्द, घबराहट, आंखों के सामने अचानक अंधेरा छाना जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
 
7- कोरोना काल में मास्क का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है। मास्क का उपयोग कर आप इस वायरस से बच सकते हैं। लेकिन मास्क के इस्तेमाल के कारण लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हीं में से एक है कानों में दर्द। लंबे समय तक मास्क का इस्तेमाल करने से कुछ लोगों के कान में दर्द की समस्या आ रही है।
 
8- मास्क का बहुत देर तक इस्तेमाल करने से स्किन की कई समस्याएं भी पैदा हो रही हैं। मास्क से चेहरे पर मुंहासे, दाने और स्किन की परेशानी बढ़ रही है। घंटों मास्क लगाकर सड़क पर चलने या काम करने से स्किन में नमी, पसीना और गंदगी जमी रह जाती है जिसकी वजह से फेस पर लाल रंग के निशान, पिंपल्स, स्वेलिंग, एक्ने जैसी दिक्कतें होने लगती हैं।
 
9- हैंड सैनिटाइजर में ट्राइक्लोसान नाम एक केमिकल होता है जिसे हाथ की स्किन सोख लेती है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से यह केमिकल आपकी त्वचा से होते हुए आपके रक्त में मिल जाता है। रक्त में मिलने के बाद यह आपकी मांसपेशियों के ऑर्डिनेशन को नुकसान पहुंचाता है।
 
10- सैनिटाइजर में खुशबू के लिए फैथलेट्स नामक रसायन का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी मात्रा जिन सैनिटाइजर में ज्यादा होती है, वे हमारे लिए हानिकारक होते हैं। इस तरह के अत्यधिक खुशबू वाले सैनिटाइजर लिवर, किडनी, फेफड़े तथा प्रजनन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं।
 
11- सैनिटाइजर में अल्कोहल की मात्रा होने की वजह से ये बच्चों की सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं, खासकर यदि बच्चे इसे नादानी में निगल लें।
 
12- कई रिसर्च के अनुसार इसका ज्यादा प्रयोग बच्चों की इम्युनिटी को भी घटाता है।
 
13- नींद न आना- कोरोना काल में लगातार मन में चिंताओं और बदलती दिनचर्या की वजह से लोगों को नींद न आने जैसी समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा है। ऐसे में इसका सीधा असर उनके स्वास्थ्य पर दिखाई दे रहा है।
 
14 डिप्रेशन- कोरोना काल में लोगों पर नकारात्मकता हावी हो रही है। लगातार अपने भविष्य व नौकरी की चिंता ऐसी तमाम बातें युवाओं को डिप्रेशन की ओर ले जा रही हैं। इसके लिए विशेषज्ञ भी सकारात्मक सोच रखने की सलाह दे रहे हैं, साथ ही मेडिटेशन करने के लिए भी कह रहे हैं ताकि डिप्रेशन से बच सकें।
 
15- साल 2020 सेहत के लिए लिहाज से काफी चुनौतीपूर्ण रहा। इस वर्ष लोगों को जहां सेहत समस्या का सामना करना पड़ा, वहीं नियमों का पालन कर वे अपनी सेहत का ख्याल भी रख रहे हैं। कोरोना काल में लोगों ने भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से दूरी बनाई। सेहतमंद रहने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन कर रहे हैं।
 
16- सेहत को ध्यान में रखते हुए और अपनी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखते हुए साफ-सफाई का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है, जैसे घर में बाहर से लाई गई किसी भी चीज को चाहे वे सब्जियां हों या फल, इन्हें बिना सैनिटाइज किए नहीं रख रहे हैं। सबसे पहले उन्हें अच्छी तरह से साफ करके फिर उन्हें स्टोर किया जा रहा है।
 
17- घर से बाहर जाने या घर पर कहीं बाहर से आने पर व्यक्तिगत हाइजीन का पूरा ख्याल रखा जा रहा है ताकि वायरस से बचा जा सके। कहीं बाहर से आने पर नहाने और अपने कपड़े बदलने के बाद ही घर के अन्य सदस्यों के संपर्क में आ रहे हैं।
 
18- सेहतमंद रहने और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखने के लिए लोगों ने अपनी खाने-पीने की आदत में काफी बदलाव किए। इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए काढ़े, तुलसी, अदरक, हर्बल टी व कालीमिर्च जैसी तमाम चीजों का सेवन किया जा रहा है, जो सेहत के लिए फायदेमंद हों।
 
19- सेहत के लिहाज से लोगों ने योग को अपनी दिनचर्या में शामिल किया। एक्सपर्ट बताते हैं कि रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा लें या यूं कहें कि इसे मजबूत कर लें और साथ ही अपना श्वसन तंत्र सक्रिय रखें तो कोई भी बीमारी हमें नुकसान नहीं पहुंचा सकती है। योगासन के माध्यम से शरीर को आसानी से सक्रिय किया जा सकता है।
 
20- वर्ष 2020 में कोरोना काल में मानसिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ा है। ऐसे में मेडिटेशन को लोगों ने अपने जीवन में शामिल किया ताकि वे तनावमुक्त रह सकें।
 

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