अगर आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होगी, तो जरा सी भी विपरीत परिस्थिति व वातावरण आपके शरीर को प्रभावित कर देगा और आपके बीमार पड़ने की आशंका बढ़ जाएगी। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता व इम्यून सिस्टम को ही मजबूत बनाने पर ध्यान दें। आइए, हम आपको बताते हैं कि किन तरीकों से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा।
गहरी नींद-
गहरी नींद लेने से भी इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाए रखा जा सकता है इसलिए अगर आप अपने में सिस्टम को मजबूत बनाए रखना चाहते हैं तो भरपूर नींद लें
ज्यादा पानी पीएं-
यह प्राकृतिक औषधि है। प्रचुर मात्रा में शुद्ध जल के सेवन से शरीर में जमा कई तरह के विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। पानी या तो सामान्य तापमान पर हो या फिर थोड़ा कुनकुना। फ्रिज के पानी के सेवन से बचें।
स्ट्रेस फ्री रहे-
अगर आप अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहते है, तो टेंशन को खुद से दूर रखे। क्योंकि स्ट्रेस लेने वालों का इम्यून सिस्टम भी काफी हद तक कमजोर हो जाता है। इसलिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना चाहते है, तो चिंता करना छोड़ दे।
फल-
संतरा, मौसमी आदि रसदार फलों में भरपूर मात्रा में खनिज लवण तथा विटामिन सी होता है। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में ये महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आप चाहें तो पूरे फल खाएँ और चाहें तो इनका रस निकालकर सेवन करें। हां, रस में शकर या नमक न मिलाएं।
गिरीदार फल-
सर्दी के मौसम में गिरीदार फलों का सेवन फायदेमंद होता है। इन्हें रात भर भिगोकर रखने व सुबह चाय या दूध के साथ, खाने से आधे घंटे पहले लेने से बहुत लाभ होता है।
अंकुरित अनाज-
अंकुरित अनाज (जैसे मूंग, मोठ, चना आदि) तथा भीगी हुई दालों का भरपूर मात्रा में सेवन करें। अनाज को अंकुरित करने से उनमें उपस्थित पोषक तत्वों की क्षमता बढ़ जाती है। ये पचाने में आसान, पौष्टिक और स्वादिष्ट होते हैं।
सलाद-
भोजन के साथ सलाद का उपयोग अधिक से अधिक करें। भोजन का पाचन पूर्ण रूप से हो, इसके लिए सलाद का सेवन जरूरी होता है। ककड़ी, टमाटर, मूली, गाजर, पत्तागोभी, प्याज, चुकंदर आदि को सलाद में शामिल करें। इनमें प्राकृतिक रूप से मौजूद नमक हमारे लिए पर्याप्त होता है। ऊपर से नमक न डालें।
चोकर सहित अनाज-
गेहूं, ज्वार, बाजरा, मक्का जैसे अनाज का सेवन चोकर सहित करें। इससे कब्ज नहीं होगी तथा प्रतिरोध क्षमता चुस्त-दुरुस्त रहेगी।
तुलसी-
तुलसी का धार्मिक महत्व अपनी जगह है मगर इसके साथ ही यह एंटीबायोटिक, दर्द निवारक और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी फायदेमंद है। रोज सुबह तुलसी के 3-5 पत्तों का सेवन करें।
योग-
योग व प्राणायाम शरीर को स्वस्थ और रोगमुक्त रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किसी जानकार से इन्हें सीखकर प्रतिदिन घर पर इनका अभ्यास किया जाना चाहिए।