आज की बदलती जीवनशैली और महिलाओं पर बढ़ते तनाव के कारण महिलाएं तेजी से ह्रदय रोगों से घिर रही है।और यही कारण है, कि आज ह्रदय रोग महिलाओं के लिये घातक सिद्ध हो रहा है । सर्वे बताते है कि ह्रदय रोगों से हर साल पुरुषों की तुलना में महिलाएं अपनी जान गवां रही हैं। तो आइए जानते हैं महिलाओं में बढ़ते हृदय रोग, कारण और समाधान के बारे में
कारण
महिलाएं आज हर जगह खुद को साबित कर रही है, चाहे घर हो या ऑफिस महिलाएं अपने हुनर के दम पर अपना परचम लहरा रही है, लेकिन लगातार इतने व्यस्त दिनचर्या और तनाव के कारण वे खुद की सेहत पर ध्यान ही नहीं दें पाती। जिस कारण महिलाओं में दिल संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। आखिर महिलाओं में बढ़ते हृदय रोग के कारण क्या हैं आइए जानते है।
वजन में नियंत्रण न कर पानें के कारण महिलाएं ह्रदय रोगों की चपेट में आ रही है। महिलाएं घर और ऑफिस में तालमेल बैठाने के चक्कर में खुद को नजरअंदाज करती हैं। जिस कारण वे दिल संबंधी बीमारियों से जुझ रही है।
ऐसी महिलाएं जिनमें मोनोपॉज समय से पहले आता है या कोई सर्जरी के दौर से गुजरी हो तो उन महिलाओं में दिल संबंधी बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है।
तनाव ह्रदय रोगों की मुख्य वजहों में से एक है, अपने घर और ऑफिस में तालमेल बैठाने के चक्कर में महिलाएं अक्सर तनाव में रहती है। जिस कारण उनमें दिल संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा हैं।
लाइफस्टाइल में बदलाव भी इसका मुख्य कारण है। लगातार घर और ऑफिस में व्यस्त रहने के कारण महिलाएं खुद के लिए समय नहीं निकाल पाती है। न ही व्यायाम और न ही पोष्टिक आहार पर ध्यान दें पाती है। जिस कारण धीरे-धीरे वे दिल संबंधी बीमारियों की चपेट में आ रही है।
सावधानी
महिलाएं अपने परिवार, घर के काम और ऑफिस को प्राथमिकता देती है। वहीं खुद की सेहत को नजरअंदाज करना उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं। इन्हीं कारणों की वजह से वे दिल की बीमारियों से घिर रही है। यदि हृदय रोग से दूर रहना हैं, तो अपनी दिनचर्या में सही बदलाव जरूरी है।
वजन करें नियंत्रित
सेहतमंद जिंदगी के लिए आपको सबसे पहले खुद की सेहत और सही दिनचर्या का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए आप अपने बढ़ते हुए वजन को नियंत्रित करें। और अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करें। आप हर दिन अपने लिए 45 मिनट तो निकाल ही सकती है।
शुगर को नियंत्रण में रखें : दिल को स्वस्थ रखने के लिए शुगर की मात्रा में कंट्रोल रखें। ब्लड में शुगर की मात्रा भी दिल की बीमारियों की एक बड़ी वजह है। अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो शुगर को नियंत्रण में रखें।
मेडिटेशन है जरूरी : आज की भागदौड़भरी जिंदगी में हर एक व्यक्ति खुद के लिए समय नहीं निकाल पाता, वहीं अपने काम को लेकर हमेशा सोच-विचार में डूबा रहता है। लेकिन एक सेहतमंद जिंदगी के लिए खुद के लिए समय जरूर निकालें। साथ ही अपनी दिनचर्या में मेडिटेशन को शामिल करें ताकि आप खुद को मानसिक रूप से स्वस्थ रख सकें।
तनाव से दूरी भली : तनाव आपके हृदय के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं होता है। इसलिए तनावमुक्त रहने की कोशिश करें। खुद पर तनाव को हावी न होने दें। यदि आप ज्यादा तनाव में रहते है, तो दिल संबंधी बीमारी होने का खतरा रहता है इसलिए खुद को खुश और तनावरहित रखने की कोशिश करें।
ज्यादा नमक का सेवन न करें : खाने में ज्यादा नमक का सेवन न करें। यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। भोजन में अधिक नमक की मात्रा होने से रक्तचाप बढ़ जाता है। इस कारण हृदय में कई बीमारियां होने की आशंका भी बढ़ जाती है।
पौष्टिक आहार का रखें ख्यालः पौष्टिक आहार का ख्याल रखें। अपनी डाइट में हरी सब्जियां, फलों को शामिल करें।