हाई ब्लड शुगर होने पर शरीर के इन अंगों पर पड़ सकता है बुरा असर

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बदलती लाइफस्‍टाइल और पर्यावरण का सीधे-सीधे इंसानों के जीवन पर पड़ रहा है। पिछले कुछ सालों में  डायबिटीज के मामलों में तेजी देखी जा रही है। भारत में डायबिटीज के आंकड़े चिंताजनक है। जी हां, करीब 7.7 करोड़ लोग इस बीमारी की चपेट में है। वहीं अनुमान जताया जा रहा है कि साल 2045 तक यह संख्‍या बढ़कर 13.4करोड़ तक पहुंच जाएगी। अचानक से शरीर में ब्‍लड के रक्‍तस्‍त्राव के बढ़ जाने को हाइपरग्‍लेसेमिया कहा जाता है। इससे शरीर के कई अंगों को क्षति पहुंचती है। आइए जानते हैं - 
 
1. आंखों की समस्‍या - डायबिटीज होने के बाद एक अच्‍छी लाइफस्‍टाइल से ही अच्‍छे से लॉन्‍ग लाइफ जी सकते हैं। ब्‍लड शुगर असामान्य रूप से बढ़ने से आंखों पर प्रभाव पड़ता है। इससे धुंधलापन होना, मोतियाबिंद होना, ग्‍लूकोमा जैसी समस्‍या घेरने लगती है। इसके लिए पौष्टिक आहार बहुत जरूरी है।
 
2. घाव के ठीक होने में वक्‍त लगना - दरअसल, हाइपरग्लेसेमिया की वजह से घाव ठीक होने में वक्‍त लगता है। कई बार महीने भी लग जाते हैं। इतना ही नहीं घाव अगर ठीक नहीं होता है तो कई बार इंफेक्‍शन नहीं फैले इसलिए अंग को ही निकालना पड़ता है। जिसका कारण होता है रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना।

3.संक्रमण का खतरा - रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण संक्रमण का खतरा अधिक होता है। डायबिटीज मरीज को यूरिन के संक्रमण का खतरा बहुत अधिक होता है। इसका प्रभाव किडनी पर भी पड़ता है।
 
4.पैरों की समस्‍या - मधुमेह होने के कारण पैर अधिक दर्द करते हैं। कई बार असहनीय दर्द रहता है। पैरों में घाव हो जाना, उंगलियों का कालापन होना।  शुगर कंट्रोल नहीं होने पर  पूरे पैर में भी समस्‍या हो सकती है। इसलिए बेहतर है मीठा जरा भी नहीं खाएं और शुगर फ्री चीजों का ही सेवन करें।

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