AC की ठंडी हवा बन सकती है अस्थमा मरीजों के लिए जान का खतरा, डिटेल में जानें पूरा सच

WD Feature Desk

गुरुवार, 1 मई 2025 (17:55 IST)
how ac affects asthma patients in hindi: गर्मियों में एयर कंडीशनर (AC) की ठंडी हवा हर किसी को राहत देती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही राहतभरी ठंडक कुछ लोगों के लिए गंभीर बीमारियों की वजह बन सकती है? विशेषकर उन लोगों के लिए जो पहले से अस्थमा, एलर्जी या सांस संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं। दरअसल, AC की ठंडी और आर्टिफिशल हवा न केवल हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकती है, बल्कि लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से शरीर एलर्जी और अस्थमा जैसे रोगों की चपेट में भी आ सकता है। यह लेख विस्तार से बताएगा कि AC से अस्थमा और एलर्जी कैसे बढ़ती है, इसके क्या लक्षण होते हैं, और आप कैसे इससे अपना बचाव कर सकते हैं।
 
कैसे AC की हवा बनती है एलर्जी और अस्थमा का कारण?
एयर कंडीशनर बंद वातावरण में हवा को बार-बार सर्कुलेट करता है। इस प्रक्रिया में हवा में मौजूद धूल, धूल के कण, फफूंदी (mold), पालतू जानवरों के बाल, परागकण (pollen) और सूक्ष्म बैक्टीरिया आदि बार-बार उसी वातावरण में घूमते रहते हैं। अगर AC की नियमित सफाई न हो तो फिल्टर में जमा ये सूक्ष्म तत्व हमारे फेफड़ों तक पहुंचते हैं और एलर्जी या अस्थमा के ट्रिगर बन सकते हैं।
 
AC हवा नमी को भी सोख लेती है, जिससे त्वचा और श्वसन तंत्र सूख जाता है। इससे गले में खराश, सूखी खांसी, सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को इसका खतरा अधिक होता है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) कमजोर होती है।
 
अस्थमा और एलर्जी के प्रमुख लक्षण: अगर आप AC वाले कमरे में कुछ देर रहने के बाद नीचे दिए गए लक्षणों को महसूस करते हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपको AC से संबंधित एलर्जी या अस्थमा हो रहा है:
यह सभी लक्षण तब और गंभीर हो सकते हैं जब AC का फिल्टर समय पर साफ न किया गया हो या कमरे का वेंटिलेशन (हवा का आना-जाना) ठीक न हो।
 
AC में पनपने वाले एलर्जन और बैक्टीरिया
बहुत से लोग यह सोचते हैं कि AC की हवा साफ होती है, लेकिन सच्चाई यह है कि यदि AC की सर्विसिंग समय पर न की जाए, तो इसके अंदर फंगस (mold), बैक्टीरिया, और डस्ट माइट्स तेजी से पनपने लगते हैं। ये सभी तत्व हवा में फैलते हैं और सांस के जरिए शरीर में जाकर एलर्जी या अस्थमा को ट्रिगर कर सकते हैं।
 
विशेषज्ञों के अनुसार, AC के डक्ट्स और फिल्टर्स में अगर धूल जमा हो जाए, तो यह छोटे बच्चों और दमे के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है। विशेष रूप से केंद्रीय एयर कंडीशनिंग सिस्टम वाले दफ्तरों और मॉल्स में यह समस्या और भी बड़ी हो सकती है।
 
AC एलर्जी से बचने के आसान और असरदार उपाय
किन्हें सावधान रहने की जरूरत है?
अस्थमा या ब्रोंकाइटिस के मरीज, छोटे बच्चे और बुजुर्ग, जिन लोगों को धूल या पराग से एलर्जी हो, कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्ति, जो लोग पहले से साइनस या श्वसन संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं उन्हें विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए।  


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