डायबिटीज के मरीजों को गीले पैर से क्यों है खतरा
दरअसल डायबिटीज होने पर हमारे शरीर में ब्लड शुगर लेवल अधिक हो जाता है और हमारा शरीर कम इंसुलिन उत्पादन करता है। इसके कारण हमारा शरीर शुगर को डाइजेस्ट नहीं कर पाता है। टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में कई लक्षण देखने को मिलते हैं जिसमें पैरों के लक्षण भी सामान्य है। डायबिटीज के कारण मरीज के पैर में कई तरह की समस्या होती हैं। आम तौर पर पैर में अल्सर या छाले होने से पैर में दरार या घाव हो जाता है। डायबिटीज के कारण ये घाव जल्दी ठीक नहीं होते हैं। इसलिए बारिश में आपने पांव का विशेष ध्यान रखें। गीले पैर के कारण आपको सर्दी, जुखाम या गंभीर घाव की समस्या हो सकती है।
डायबिटीज के मरीजों को बारिश में इन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए
1. पानी पिएं: बारिश के मौसम में प्यास बहुत कम लगती है पर आपको अपने शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए ज्यादा पानी का सेवन करना चाहिए। प्यास न लगने पर भी पानी का सेवन करें। ज्यादा पानी के सेवन से आपको पाचन में समस्या नहीं आएगी और यूरिन की मदद से टॉक्सिक पदार्थ निकाल जाएंगे।