पीरियड्स का नाम आते ही दिमाग में सैनिटरी नैपकिन और टैम्पॉन का ख्याल आता है। पीरियड्स के दिनों में अधिक फ्लो होने पर पैड बदलने, कपड़ों में दाग लगने की टेंशन रहती है। सैनिटरी नैपकिन महंगे भी होते हैं जिनके लिए महिलाओं को हर महीने एक बजट बनाना पड़ता है। वैसे अब पीरिअड्स के दौरान महिलाएँ मेंस्ट्रुअल कप (Menstrual Cup) भी इस्तेमाल करने लगी हैं।
हालांकि आज भी ज्यादातर महिलाओं को मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करने की सही जानकारी नहीं है कि इसका इस्तेमाल कैसे किया जाए और इसे क्लीन कैसे किया जाए।
मेंस्ट्रुअल कप को लेकर भारत में कई तरह की भ्रांतिया हैं। महिलाओं को लगता है कि इसका इस्तेमाल कई तरह के इंफेक्शन पैदा कर सकता है। तो चलिए जानते हैं मेंस्ट्रुअल कप को क्लीन और सुरक्षित कैसे रखना है।