फोनोफोबिया, जो अधिकतर छोटे बच्चों में देखने को मिलता है। ऐसे लोग अचानक तेज आवाज से डर जाते हैं। लेकिन यदि बड़ों में यह समस्या हो तो ऐसे लोग किसी भी पार्टी, फंक्शन या घर से बाहर तक जाने में घबराते हैं। अगर फोन की रिंग बज जाए तो घबराहट व पसीना आना शुरू हो जाता है अर्थात किसी चीज की तेज आवाज जैसे फोन की रिंग बजना इसे उत्पन्न घबराहट को फोनोफोबिया कहा जाता है।
फोनोफोबिया में व्यक्ति फोन पर बात करने से भी कतराता है। अगर फोन की आवाज सुनाई आए तो घबराहट और तेजी से सांस लेने लगता है। इस समस्या का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी परेशानी कितनी बड़ी है। फोनोफोबिया की वजह से घनघनाते रिंगटोन से और असमय के कॉल से एंग्जाइटी होती है। अमेरिका में 15 मिलियन लोगों में यह समस्या देखी गई है।