यूं तो माहवारी महिलाओं के लिए समस्या नहीं, बल्कि प्रकृति का विशेष उपहार है, लेकिन जब यह अनियमित हो जाए तो जरूर एक समस्या बन जाता है। कई बार इसके कारण भी पता नहीं होते, कि आखिर क्यों माहवारी में देरी हो रही है, आपमें से कई महिलाओं या युवतियों के इस सवाल का जवाब है इस आलेख में -
महिलाओं एवं युवतियों में हर महीने होने वाला मासिकधर्म जिसे आम भाषा में माहवारी, पीरियड्य या मेन्सेस भी कहा जाता है, जरूरी नहीं है कि हर महीने एक ही तारीख पर आए। लेकिन गर्भावस्था के अलावा भी इसके देरी से आने के अलग-अलग कारण कारण हो सकते हैं। जानिए कौन से हैं वे कारण -
1 कम या अधिक उम्र में माहवारी की शरुआत होना कई बार माहवारी में अनियमिता पैदा करता है, जो कि सामान्य बात है। समय के साथ इसका नियमन होता, अत: चिंता की बात नहीं है।
2 वजन का अत्यधिक बढ़ना या मोटापा भी माहवारी में अनियमितता का एक प्रमुख कारण है। कई बार यह समस्या थायरॉइड के कारण होती है, अत: डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।
3 हमारी दिनचर्या और खानपान में बदलाव के कारण भी कई बार माहवारी देरी से आने की समस्या होती है। ऐसे में अपनी जीवनशैली और डाइट को व्यवस्थित कर आप इसे नियमित कर सकते हैं।
4 माहवारी देरी से होने का एक गंभीर कारण पॉलिसिस्टिक ओवरी सिड्रोम हो सकता है, अत: ऊपर दिए गए कारणों के अलावा अगर ऐसा होता है तो इसकी जांच जरूर करवाएं।
5 तनाव एवं जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज भी माहवारी को प्रभावित करने वाला एक बड़ा कारण है। ओवरी यानि अंडाशय पर सिस्ट अर्थात आवरण बन जाने के कारण भी अक्सर ऐसा होता है।