हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Health Day) के रूप में मनाया जाता है। वर्ल्ड हेल्थ डे को मनाने की शुरुआत 1950 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा की गई थी और इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य और उससे जुड़ी समस्याओं पर विचार करना है।
हमारी तो सदियों से धारणा रही है कि 'पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में हो माया' तथा 'जान है तो जहान है'। स्वास्थ्य के महत्व की ओर बड़ी संख्या में लोगों का ध्यान आकृष्ट करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के नेतृत्व में हर वर्ष 7 अप्रैल को 'विश्व स्वास्थ्य दिवस' मनाया जाता है।
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा जेनेवा में वर्ष 1948 में पहली बार विश्व स्वास्थ्य सभा रखी गई और विश्व स्वास्थ्य दिवस वर्ष 1950 में पूरे विश्व में पहली बार मनाया गया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का मुख्यालय स्विटजरलैंड के जेनेवा शहर में स्थित है। इसका मुख्य उद्देश्य विश्व भर के लोगों के स्वास्थ्य का स्तर ऊंचा रखना है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार स्वास्थ्य का मतलब सिर्फ स्वस्थ भोजन नहीं है, बल्कि लंबी उम्र जीने का संकल्प लेना है।
प्रत्येक वर्ष इसके लिए एक थीम निर्धारित की जाती है, जो आंकड़ों के अनुसार वर्ष विशेष में स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले विषयों के आधार पर होती है। इस बार भी पूरे विश्व भर में विश्व स्वास्थ्य दिवस 2023, 7 अप्रैल को मनाया जा रहा है। बता दें कि इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) अपनी 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। इसी वजह से डब्ल्यूएचओ इस दिन को विशेष बनाने के लिए उन सार्वजनिक स्वास्थ्य सफलताओं को भी देखेगा, जिन्होंने पिछले 7 दशकों के दौरान जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया है।
आइए जानते हैं वर्ल्ड हेल्थ डे 2023 थीम-
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा इस वर्ष 'हेल्थ फॉर ऑल' (Health for All) थीम रखी गई है। अत: इस बार का विषय यह दर्शाता है कि स्वास्थ्य एक बुनियादी मानव अधिकार है और हर व्यक्ति को जब तथा जहां भी इसकी आवश्यकता हो, उसे स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए।