Kapal Randhra Dhauti for nasal congestion
Kapal Randhra Dhauti benefits for cold and allergies: कुछ लोगों को सुबह-सुबह सर्दी, बंद नाक और एलर्जी की समस्या होती है। सुबह उठते से उन्हें इसके चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। भारतीय योग पद्धति में इसके लिए कुछ विशेष योग हैं। कपाल रंध्र धौती श्वसन सम्बन्धी समस्याओं से राहत पाने का प्राकृतिक तरीका है।
कपाल रंध्र धौती करने का सही तरीका
1. माथे के दोनों किनारों पर दबाव डालना
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दोनों हाथों के अंगूठों को माथे के किनारों पर रखें।
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उंगलियों से माथे को एक सिरे से दूसरे सिरे तक हल्के दबाव के साथ रगड़ें।
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यह सिरदर्द और साइनस की समस्याओं में राहत देता है।
2. आईब्रो के ऊपर उंगलियों से मसाज
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उंगलियों को आईब्रो के ऊपर रखें और हल्के दबाव के साथ मसाज करें।
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यह नाक और साइनस कैविटी की सफाई में मदद करता है।
3. आंखों के नीचे से माथे तक दबाव
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आंखों के नीचे से उंगलियों को माथे की ओर ले जाएं।
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यह प्रक्रिया नाक की नलिकाओं को खोलने में सहायक है।
4. नाक के दोनों साइड से दबाव डालना
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नाक के दोनों किनारों पर उंगलियों से हल्का दबाव डालें।
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इससे नाक की रुकावटें कम होती हैं और सांस लेने में आसानी होती है।
5. कान और जॉ लाइन पर मसाज
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कान के नीचे से लेकर जॉ लाइन तक उंगलियों से मसाज करें।
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यह तकनीक साइनस कैविटी को खोलती है और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करती है।
6. छाती से गर्दन तक दबाव
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हथेलियों से छाती से लेकर गर्दन तक हल्के दबाव के साथ ऊपर की ओर मसाज करें।
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इससे श्वसन तंत्र एक्टिव होता है और एलर्जी के लक्षणों में राहत मिलती है।
कपाल रंध्र धौती का अभ्यास करने का सही समय
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सुबह खाली पेट करें।
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5-10 मिनट तक इस तकनीक का अभ्यास करें।
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जरूरत महसूस होने पर दिन में दो बार भी कर सकते हैं।
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कपाल रंध्र धौती एक सरल और प्रभावी योगिक प्रक्रिया है, जो सर्दी, एलर्जी और श्वसन समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक है। इसका नियमित अभ्यास न केवल नाक और साइनस की सफाई करता है, बल्कि इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है। यदि आप सुबह की एलर्जी और बंद नाक से परेशान हैं, तो कपाल रंध्र धौती को अपने दैनिक रूटीन में शामिल करें और स्वस्थ जीवन का आनंद लें।
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