एक दिन में कितने बादाम खाना चाहिए?

WD Feature Desk

शनिवार, 1 नवंबर 2025 (15:55 IST)
Ek Din Me Kitna Badam Kha Sakte Hai: बादाम की सही मात्रा व्यक्ति की उम्र, शारीरिक गतिविधि स्तर और स्वास्थ्य लक्ष्यों पर निर्भर करती है। क्षमता से अधिक बादाम खाने से समस्या उत्पन्न हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि 18 साल से कम आयु के लोग एक दिन में अधिकतम 7 से 8 बादाम का सेवन कर सकते हैं, लेकिन यदि आप वर्जिस करते हैं या अगर आपका डाइजेस्टिव सिस्टम स्ट्रांग है तो आप एक दिन में लगभग 20 बादामों का सेवन कर सकते हैं। हालांकि ये आपकी हेल्थ कंडीशन पर भी निर्भर करता है।
 
सामान्य वयस्क के लिए:-
1. अधिकतर स्वास्थ्य विशेषज्ञ रोजाना 20 से 23 बादाम (लगभग 24 से 28 ग्राम) खाने की सलाह देते हैं। यह मात्रा पोषण तत्वों का लाभ देती है बिना अतिरिक्त कैलोरी बढ़ाए।
2. हालांकि भिगोए हुए बादाम के लिए, 6 से 8 बादाम भी पर्याप्त माने जाते हैं क्योंकि वे आसानी से पचते हैं।
3. अधिक सक्रिय लोग (एथलीट या भारी शारीरिक श्रम) 10 से 15 बादाम खा सकते हैं क्योंकि उन्हें अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
4. आपका डाइजेस्टिव सिस्टम स्ट्रांग है तो आप 20 से 23 बदाम तक खास सकते हैं।
 
बच्चों के लिए:-
1. छोटे बच्चों को शुरुआत में 2 से 4 बादाम (भिगोए हुए और छिले हुए) देने चाहिए।
2. 5 से 11 साल के बच्चे प्रतिदिन 2-4 बादाम खास सकते हैं।
3. 12-17 साल की उम्र तक के लोग एक दिन में 5-9 बादाम खास सकते हैं।
4. 18 साल से ज्यादा उम्र के लोग एक दिन में 7-8 बादाम खास सकते हैं।
 
महत्वपूर्ण सुझाव:-
1. भिगोकर खाएं: बादाम को रात भर भिगोकर, सुबह छिलका उतारकर खाना पाचन के लिए बेहतर माना जाता है।
2. धीरे-धीरे शुरू करें: यदि आप पहली बार खा रहे हैं, तो कम मात्रा (जैसे 3-4 बादाम) से शुरुआत करें और धीरे-धीरे बढ़ाएं ताकि आपका पाचन तंत्र अभ्यस्त हो जाए।
3. पानी: बादाम के साथ पर्याप्त पानी पीना भी ज़रूरी है ताकि फाइबर ठीक से पच सके।
 
चेतावनी: यदि आपको कोई विशिष्ट स्वास्थ्य समस्या है, तो अपनी डाइट में कोई भी बड़ा बदलाव करने से पहले डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।
 
क्यों हैं भीगे हुए बादाम ज्यादा फायदेमंद?
पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण: जब हम बादाम को भिगोते हैं तो उसमें मौजूद फाइटिक एसिड कम हो जाता है। फाइटिक एसिड एक एंटी-न्यूट्रिएंट है जो शरीर में अन्य पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डालता है। भीगे हुए बादाम में फाइटिक एसिड कम होने के कारण, शरीर पोषक तत्वों को अधिक आसानी से अवशोषित कर पाता है।
 
पाचन में आसानी: भीगे हुए बादाम को पचाना आसान होता है क्योंकि भिगोने से बादाम नरम हो जाते हैं और उनका छिलका आसानी से निकल जाता है। इससे पाचन तंत्र पर कम बोझ पड़ता है।
 
एंजाइम सक्रियता: भिगोने से बादाम में मौजूद एंजाइम सक्रिय हो जाते हैं, जिससे शरीर पोषक तत्वों को अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग कर पाता है।
 
विषाक्त पदार्थों का निष्कासन: भिगोने से बादाम में मौजूद कुछ हानिकारक पदार्थ निकल जाते हैं, जिससे वे सेहत के लिए और अधिक सुरक्षित हो जाते हैं।

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