Indori joke : corona time में लड्डू-बाफले पर शोध

Webdunia
इन्दौर के एक युवा वैज्ञानिक ने चार दिन के गहन शोध तथा स्वयं पर किए प्रयोग से यह खोज की है कि चीनी वायरस के लिए प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने में लड्डू-बाफले एकदम सही उपाय है।
 
अपना शोध पत्र पढ़ते हुए उन्होंने कहा कि सुबह जागने के बाद से दोपहर दो बजे तक तो  बाफला भक्त बाफला बनाने में व्यस्त रहता है और दो बजे भरपूर लड्डू बाफले सूतने के बाद शाम 7 सात बजे तक अजगर की तरह एक ही जगह पड़ा रहता है.. अब पहली बात तो ये है कि पूरा दिन बनाने खाने में व्यस्त रहेगा तो घर के बाहर निकल ही नहीं पाएगा तो सोशल डिस्टनसिंग अपने आप एकदम सौ टका होगा ही होगा .. तो संक्रमण फैल ही नहीं पाएगा.
 
दूसरी बात ये कि आधा बाफला खाने में ही दाल के साथ तीन नींबू  लगते हैं और नींबू से प्रतिरोध क्षमता हिंदी में बोले तो इमूनिटी बढ़ती है.....
 
देखा जाए तो नगर निगम को, बाफले का आटा/दाल/घी/नींबू (भर पल्ले) और कंडे की किट घर घर बाँटनी चाहिए ताकि लोगो को घर मे रखने के लिए पुलिस बल की ज़रूरत नहीं पड़ेगी, चाहे तो मास्क और सेनिटाइजर बाँटने वाले स्टॉल से बाफला किट बाँटने चाहिए ताकि लोग खुशी खुशी घर में रहें।
 
नेता लोग चाहें तो अपने विरोधियों के फोटो छपे कंडे बँटवा सकते हैं लोगों के बाफले सिकेंगे, विरोधियों के दिल जलेंगे, नेताजी के कलेजे में ठंडक पड़ेगी और चीनियों का फैलाया कोरोना निपटेगा, एक पंथ चार काज.
 
बोलो अन्नपूर्णा मैया की जय

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख