सूबे तो ‘पोह’ सेव के साथ अखबार चाटेंगे..ने फिर नहा धोके भगवान से निपट के अपना तो ‘दालबाटी’का पोगराम है ,
दाल का खट्टामीठा बघार अपने ही जिम्मे अपनी सरकार(वाइफ) ने किया है,..
दाल बाटी के बाद भिया फिर नीं द तो लेना बनता हैं नी तो पाप लगेगा ...उठ के चाय तो होगी ..
फिर 5 बजे मोदी जी ने की है तो उनके लिए ताली तो बजानी बनती ही है के नी जो कोरोना से अपने को बचारिए हैं...
ने उसके बाद माताराम से कोई कथा या परिवार के बड़े बुड़ों के पुराने किस्से सुनेंगे .. ने लो हो गई शाम,
अब शाम को तो भिया फिर खानी तो दालबाटी ही पड़ेगी क्योंकि अपने या तो ऐसा ही नियम है..
फिर tv ने उस पर फिलम तो आएगी ही (बस हे ‘महाकाल बाबा ‘सेट मेक्स पे फिर ठाकुर भानुप्रताप की “सुर्यवंशम” नी आए)...
ने लो कब रात की 9.00 बज गई .. !!
तो मतबल ये है की .. कोई कठिन नी है एक दिन घर पर सबके साथ रेना ...ने अभी तो अपना घर ही सबसे अच्छा सुरक्षित है और तो और मोदी जी ने भी के दिया तो अब रेना तो पड़ेगा ही के नी...!!