इस महोत्सव का उद्घाटन मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और समापन राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन ने किया। स्वागत भोजपुरी स्पीकिंग यूनियन की चेयरपर्सन डॉ. सरिता बुधू ने की। कला और संस्कृति विरासत के मंत्री अविनाश तिलक के सक्रिय सहयोग से इस आयोजन में अमेरिका, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, नाइजीरिया, सिंगापुर, फिजी, सूरीनाम, नेपाल और भारत के अनेक विद्वानों ने भाग लिया और विभिन्न विषयों पर पेपर पढ़ा।
मनोज ने बताया कि पहली बार किसी देश की सरकार ने भोजपुरी महोत्सव का आयोजन किया। 2019 में प्रवासी सम्मेलन बनारस में प्रधानमंत्री मॉरिशस ने इस महोत्सव की घोषणा की और कोविड की वजह से टलते-टलते 2024 में हो पाया। प्रधानमंत्री की इस घोषणा के बाद 2020 में ही मनोज भावुक ने इस आयोजन के लिए भोजपुरी जंक्शन का 'गिरमिटिया विशेषांक' प्रकाशित किया जिसमें भारत के साथ मॉरिशस के लेखकों ने भी अपना योगदान दिया। यह अंक प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, कला व संस्कृति विरासत मंत्री समेत तमाम गणमान्य लोगों को भेंट किया गया।