साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित, प्रसिद्ध हिन्दी कवि वीरेन डंगवाल काफी लंबे समय से मुंह के कैंसर से जूझ रहे थे, जिसके चलते कई सालों से दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में उनका इलाज चलता रहा।
हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में कवि वीरेन डंगवाल का काफी योगदान रहा। समय-समय पर उन्हें उनकी रचनाओं के लिए रघुवीर सहाय, श्रीकांत वर्मा, शमशेर सम्मान और साहित्य अकादमी से नवाजा गया। उन्होंने अपने जीवन में कई कविताओं और साहित्यिक रचनाओं को रचा और बेहद दुर्लभ अनुवाद भी किए। इसके अलावा उच्च स्तरीय संस्मरणों और आलेखों के लिए उन्हें हमेशा सराहा गया।