।। नूतन वर्षाभिनंदन ।।

ND

समय-चक्र की गति है जैसे, बहता अविरल पानी

आगामी कल के रहस्य की गाथा ‍किसने पहचानी

एकाधिक-एकात्म मनुज की, मुखरित हो मंगलवाणी

अभिनव संकल्पों से प्रेरित, एकादश की शुभ अगवानी !!

वेबदुनिया पर पढ़ें