जीवन के सफर को खुशनुमा बनाती कविता : कामना...
दोस्ती के गीत गुनगुनाएं तो अच्छा
हम सब एक हो जाएं तो अच्छा
प्यार के गीत गुनगुनाएं तो अच्छा
हम सब एक हो जाएं तो अच्छा
एक ही सफर के हैं सवार सब
हम चलें हैं कोख से मसान तक
आसान ये सफर, बनाएं तो अच्छा
हम सब एक हो जाएं तो अच्छा
प्यार के गीत गुनगुनाएं तो अच्छा
हम सब एक हो जाएं तो अच्छा
एक ही हो गीत जिसको सब कहें
एक ही हो ताल जिसपे सब चलें
एक ही वजह हो जिसपे सब हंसे
संग-संग सब खिलखिलाएं तो अच्छा
हम सब एक हो जाएं तो अच्छा
प्यार के गीत गुनगुनाएं तो अच्छा
हम सब एक हो जाएं तो अच्छा
रोशनी हो हर जगह जहान में
न जंग हो न ताप हो न डर ही हो
शोक क्लेश सबके मिट जाएं तो अच्छा
दिल सबके मुसकुराएं तो अच्छा
प्यार के गीत गुनगुनाएं तो अच्छा
हम सब एक हो जाएं तो अच्छा
कामयाब हों सभी, सभी दुलारें हों
सभी की राह में चांद तारें हों
उम्मीद के दीये जलाएं तो अच्छा
हौसलों को हम बनाएं तो अच्छा
प्यार के गीत गुनगुनाएं तो अच्छा
हम सब एक हो जाएं तो अच्छा
हम कमा रहे हैं पाप-पुण्य को
और चुकाते जिंदगी के मूल्य को
चोरों से खुद को बचाएं तो अच्छा
फर्ज-कर्ज दोनों निभाएं तो अच्छा,
प्यार के गीत गुनगुनाएं तो अच्छा
हम सब एक हो जाएं तो अच्छा
दोस्ती के गीत गुनगुनाएं तो अच्छा
हम सब एक हो जाएं तो अच्छा।