भारतीय कप्तान Rohit Sharma रोहित शर्मा को Australia ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ World Test Championship विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से एक दिन पहले नेट पर बल्लेबाजी करते हुए बायें हाथ के अंगूठे में चोट लग गई।लंदन में बादलों की आंख मिचौली से भरी एक और सुबह में रोहित टीम के तीन अन्य सदस्यों के साथ वैकल्पिक अभ्यास के लिए आए थे। इस मौके पर भारतीय कप्तान के साथ रविचंद्रन अश्विन, उमेश यादव , केएस भरत के अलावा टीम के नेट गेंदबाज मौजूद थे।
थ्रोडाउन पर अभ्यास के दौरान गेंद लगने के बाद रोहित को अपना बायां अंगूठा पकड़े हुए देखा गया लेकिन वह असहज नहीं दिख रहे थे। एहतियात के तौर पर उन्होंने इसके बाद अभ्यास नहीं किया।बीसीसीआई सूत्रों ने कहा कि बुधवार से यहां शुरू हो रहे खिताबी मुकाबले से पहले उनके साथ कोई समस्या नहीं है।ओवल में पहला टेस्ट मैच 1880 में खेला गया था लेकिन यह पहला अवसर है जबकि वह जून के महीने में टेस्ट मैच की मेजबानी करेगा।पिछले दो दिनों से यहां बादल छाये है लेकिन मैच के शुरुआती तीन तक मौसम अच्छा रहने का पूर्वानुमान है। मैच के चौथे दिन बारिश की आशंका है। इस मुकाबले के लिए एक रिजर्व दिन भी रखा गया है।
मैं मैच जीतना चाहता हूं, चैंपियनशिप जीतना चाहता हूं, आप इसके लिए ही खेलते हो: रोहित
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मंगलवार को यहां कहा कि खेल का मतलब चैंपियनशिप जीतने से जुड़ा है और वह कप्तानी छोड़ने से पहले एक या दो बड़े खिताब जीतना चाहते हैं।भारत ने पिछले 10 वर्षों में कई मौके मिलने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का कोई खिताब नहीं जीता है तथा ओवल में बुधवार से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
विराट कोहली ने 2022 के शुरू में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला हारने के बाद कप्तानी छोड़ दी थी जिसके बाद रोहित को सभी प्रारूपों में कप्तान नियुक्त किया गया था।डब्ल्यूटीसी फाइनल की पूर्व संध्या पर रोहित से पूछा गया कि वह एक कप्तान के रूप में क्या विरासत छोड़कर जाना चाहते हैं।रोहित ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, चाहे मैं हूं या कोई और, यहां तक कि पूर्व में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों की भूमिका भी भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाना तथा अधिक से अधिक मैच और अधिक से अधिक चैंपियनशिप जीतनी थी। मेरे मामले में भी ऐसा ही है। मैं मैच जीतना चाहता हूं। मैं चैंपियनशिप जीतना चाहता हूं। आप इसके लिए ही खेलते हो।
उन्होंने कहा, और हां, कुछ खिताब जीतना, कुछ असाधारण श्रृंखलाएं जीतना अच्छा होगा। लेकिन इसके साथ ही मैं यह भी कहना चाहता हूं कि मुझे वास्तव में लगता है इन चीजों के बारे में बहुत अधिक सोच कर हम खुद पर बहुत अधिक दबाव नहीं बनाना चाहते हैं।रोहित ने कहा, एक कप्तान के रूप में जैसा मैंने कहा, प्रत्येक कप्तान चैंपियनशिप जीतना चाहता है, इसलिए मैं भी अलग हटकर नहीं हूं। मैं भी चैंपियनशिप जीतना चाहता हूं और खेलने का मतलब भी इसी से जुड़ा है। इसलिए जब मैं यह पद छोड़ने का फैसला करूंगा, तब तक अगर मैं एक या दो चैंपियनशिप जीत सकता हूं तो यह अच्छा होगा।
लंदन में सुबह बादल छाए हुए थे और रोहित उन चार खिलाड़ियों में शामिल थे जो वैकल्पिक अभ्यास सत्र के लिए पहुंचे थे। भारतीय कप्तान के अलावा आर अश्विन, उमेश यादव और केएस भरत भी अभ्यास के लिए आए थे।
अभ्यास के दौरान गेंद लगने के बाद रोहित को अपना बायां अंगूठा पकड़े हुए देखा गया लेकिन वह असहज नहीं दिख रहे थे।
टीम संयोजन को लेकर रोहित ने कुछ भी खुलासा नहीं किया। भारत को यह फैसला करना है कि वह दो स्पिनरों के साथ उतरेगा या चार तेज गेंदबाजों के साथ।रोहित से पूछा गया कि क्या अश्विन को बाहर करना मुश्किल फैसला होगा, उन्होंने कहा, मैंने यह तो नहीं कहा कि अश्विन नहीं खेलेंगे। हमें कल तक इंतजार करना होगा क्योंकि एक चीज मैंने देखी है कि पिच वास्तव में दिन प्रतिदिन बदलती जा रही है।
भारतीय कप्तान ने कहा, पिच आज जैसी है हो सकता है कि कल वह उससे भिन्न हो। इसलिए सभी 15 खिलाड़ियों के लिए स्पष्ट संदेश है कि सभी को खेलने के लिए तैयार रहना चाहिए।पिच में अभी घास दिख रही है और अगर सुबह बादल छाए रहते हैं तो अतिरिक्त तेज गेंदबाज के साथ उतरना फायदेमंद हो सकता है।
रोहित ने कहा, मैंने कल पिच देखी थी, आज मुझे इसका मौका नहीं मिला लेकिन निश्चित तौर पर लग रहा है कि उससे तेज गेंदबाजों को थोड़ा मदद मिलेगी। बादल छाए रहने पर तेज गेंदबाज थोड़ा प्रभावी साबित हो सकते हैं।
ओवल में पहला टेस्ट मैच 1880 में खेला गया था लेकिन यह पहला अवसर है जबकि वह जून के महीने में टेस्ट मैच की मेजबानी करेगा। रोहित हालांकि इस आंकड़े को गंभीरता से नहीं लेते हैं।
उन्होंने कहा, हम सुन रहे हैं यहां जून में बहुत अधिक क्रिकेट नहीं खेली जाती है। काउंटी के मैच यहां खेले गए हैं। हमने देखा था कि दो सप्ताह पहले यहां मैच खेला गया था। ऐसा नहीं है कि इस मैदान पर यह इस सत्र का पहला मैच होगा। हम इससे अच्छी तरह वाकिफ हैं कि परिस्थितियां कैसी हैं और अगले पांच दिन में क्या होने वाला है।
भारत पिछली बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड से हार गया था। भारत तब दो स्पिनरों के साथ उतरा था और उसका यह दांव नहीं चल पाया था।रोहित ने कहा, पिछली बार हमने कुछ गलतियां की थी जिनके बारे में हमने इस बार टीम के साथ बात की है। हम जानते हैं कि पिछली बार हमने क्या गलतियां की थी, इसलिए उम्मीद है कि इस बार हम उन्हें नहीं दोहराएंगे। (भाषा)