World Wildlife Day 2024: प्रतिवर्ष 03 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है। विश्व वन्य जीव दिवस की थीम प्रत्येक साल UNO के द्वारा निर्धारित की जाती है। इस दिवस का मुख्य उद्येश्य जंगल के प्राणियों और वन संपदा की के प्रति लोगों को जागरूक करके उसकी रक्षा करना और संवरक्षण प्रदान करना है। शिकार और अवैध वन संपदा व्यापार के खिलाफ लड़ाई और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण को बढ़ावा देना है। इसके बावजूद जंगल के 10 पशु और पक्षी लुप्त हो रहे हैं।
विश्व वन्यजीव दिसव थीम : इस वर्ष की थीम 'लोगों और पृथ्वी को जोड़ना: वन्यजीव संरक्षण में डिजिटल नवाचारों का अन्वेषण।' 20 दिसंबर 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) के 68वें सत्र में हर वर्ष 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाने की घोषणा की गई थी।
भारत में 73 प्रजातियां हैं खतरे में : पिछले वर्ष केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने प्रकृति के संरक्षण के लिए International Union for Conservation of Nature(IUCN) की 2011 की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए राज्यसभा को सूचित किया कि भारत में 73 प्रजातियां गंभीर रूप से संकटग्रस्त है। इन 73 प्रजातियों में 9 मैमल्स (mammals), 18 पक्षी, 26 रेप्टाइल्स (reptiles) और 20 एम्फीबिअन्स (amphibians) शामिल हैं। इसके साथ ही पर्यावरण मंत्री ने राज्य सभा में कहा कि सरकार अब उच्चतम स्तर की सुरक्षा प्रदान करने के लिए वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची-1 में सबसे गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों को शामिल करने पर विचार कर रही है।
लुप्त हो रहे 10 प्रमुख प्राणियों के नाम :
बंगाल टाइगर (Bengal Tiger)
एशियाई शेर (Asiatic Lion)
एक सींग वाला गैंडा (One-Horned Rhinoceros)
नीलगिरि तहर (Nilgiri Tahr)
शेर जैसी पूँछ वाला मकाक (Lion-Tailed Macaque)
कश्मीरी लाल हिरण (Kashmiri Red Stag)
काला हिरण (Black Buck)
हिम तेंदुआ (Snow Leopard)
भारतीय बाइसन (गौर) (Indian Bison)
वृक्ष मेंढक (Resplendent Tree Frog)
लुप्त हो रहे 10 प्रमुख पक्षियों के नाम:-
ग्रेट इंडियन बुसटर्ड (गोडावण) Great Indian Bustard (Godavan)