भारत इस साल अपना 76वा स्वंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। यह दिन अंग्रेजों से आज़ादी के साथ एक भारतीय होना भी जश्न है। विश्व भर में भारत को अपनी संस्कृति और आज़ादी के लिए जाना जाता है। महात्मा गांधी के सिद्धांत पर आज भी भारत अमल करता है। आज़ादी काल हो या अमृत काल, विश्व के हर कोने में भारतीय अपने देश का नाम रोशन कर रहे हैं। इस महत्वपूर्ण दिवस पर कई स्कूल व कॉलेज में भाषण प्रतियोगिता होती है। एक अच्छा और प्रभावशाली भाषण तैयार करने के लिए आपको इन बातों का ज़रूर ध्यान रखना चाहिए। इन टिप्स की मदद से करें एक अच्छा भाषण तैयार...
पहली बात यह कि आपकी वाणी से, व्यवहार, वचन और व्यक्तित्व से वह गौरव दिखना और महसूस होना चाहिए कि हमें अपने देश पर, अपनी आजादी पर, अपने क्रांतिकारियों पर और इस मिट्टी पर अभिमान है। यानी हमें पूरी उमंग, ऊर्जा और उत्साह से स्पीच के पहले खुद को तैयार करना चाहिए।
अब जाहिर है कि स्वतंत्रता दिवस पर हम जो अब तक बोलते-कहते आए हैं इस बार तैयारी और मेहनत कुछ अलग होगी कुछ खास होगी सो शुरू कर दीजिए संदर्भ जुटाना....
आपको यह याद रखना है कि पूरे 76 साल समेटना संभव नहीं है तो आप मुख्य बिंदू पर फोकस करें कि क्या बोलना है और किन बातों से बचना है। आप अपनी स्पीच को कल, आज और कल की थीम में समेट सकते हैं।
आप अपनी स्पीच को आजादी वाले वर्ष और वर्तमान वर्ष में तुलनात्मक रूप से अंतर करते हुए भाषायी चमत्कार पैदा कर सकते हैं।
आप आज के समय में AI और ISRO जैसे विषय पर फोकस कर सकते हैं। आप यह भी कर सकते हैं कि देश के विकास, प्रगति और आने वाली संभावनाओं पर फोकस कर सकते हैं।
76 साल की गाथा के मुख्य पड़ाव आप जिन्हें मानते हैं उन्हें पॉइंट आउट कर सकते हैं।
76 साल की गौरव गाथा का वर्णन बहुत लंबा और बोरिंग न हो इसलिए आपको 'कट टू कट' की नीति अपनानी चाहिए।
एक सामान्य सी बात आप यह भी समझ सकते हैं कि यह तो हर कोई बोलेगा तो नया क्या हो, ऐसे में अपना समय बहुत सारा एक ही बात को दोहराने में न लगाएं। सबको पता है पहले प्रधानमंत्री ने क्या कहा था और आज के प्रधानमंत्री क्या कह रहे हैं।
आपको व्यक्ति की स्तुति के बजाय उनकी तत्कालीन परिस्थितियों, नीतियों और फैसलों पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
सबसे अहम अपनी स्पीच को रोचक और प्रभावशाली बनाने के लिए शेरो शायरी, कविताएं, कोटेशंस और सही आंकड़ों का खजाना तैयार रखना चाहिए।
आपको अपने दिमाग में यह स्पष्ट रखना होगा कि कितनी बातें कहनी है और किस ढंग व किस शैली में कहनी है।
आपको कोई भी चीज रटना नहीं है बल्कि देशभक्ति से ओतप्रोत संवादों, नामों और पलों को खुद तैयार कर उन्हें इस तरह आत्मसात करना है कि वह खुद ब खुद आपकी वाणी से झरने लगे।
एक तैयारी अपने परिधान को लेकर भी करें। आपके परिधान भारतीय परंपरा के अनुसार हो, गरिमामयी हो तो पहला प्रभाव श्रोताओं पर उसी का पड़ता है।
अपनी बॉडी लैंग्वेज को कांच के सामने या अपने किसी सही सलाह देने वाले मित्र के सामने आलोचनात्मक दृष्टि से देखें और यथासंभव कमियों को दूर करें।
आजादी के इस अमृत महोत्सव को मनाए जाने के कारणों की सूची आपके दिमाग में स्पष्ट होना चाहिए।
आजादी के अमृत महोत्सव पर क्या किया जा रहा है, देश भर में क्या अभियान चलाए जा रहे हैं, मीडिया क्या तैयारी कर रहा है, क्या कुछ आयोजन होंगे, क्या योजनाएं लागू हो सकती है इस पर भरपूर तैयारी रखें।
वर्तमान में कौन किस पद पर है, और तब कौन किस पद पर थे इसकी सही और पुख्ता जानकारी होना चाहिए।