India-Pakistan : 'भय बिनु होई ना प्रीति', सुंदरकांड की चौपाई से पाकिस्तान को नसीहत, नहीं माना तो क्या है भारतीय सेना का प्लान
Operation Sindoor News in hindi : 4 दिन तक चले ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान के आतंकी अड्डे तबाह हो गए। इसके बाद सेना की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान में हुई तबाही के सबूत दिखाए गए। साथ ही पाकिस्तान को चेतावनी भी दी गई। भारतीय वायुसेना के एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर देश के सामने एक ऐसा बयान दिया कि हमारी लड़ाई आतंकवादियों के साथ है, न कि पाकिस्तानी सेना के साथ। लेकिन अगर पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों का साथ दिया, तो हमने उसका जवाब दिया। नुकसान की जिम्मेदारी उनकी है। साथ ही उन्होंने सुंदरकांड की एक चौपाई सुनाकर पाकिस्तान को नसीहत भी दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के पहले राष्ट्रकवि रामधारी की कविता- 'याचना नहीं अब रण होगा' चलाकर भारतीय सेना ने पाकिस्तान को साफ संदेश दिया।
शांति और संयम को न समझे कमजोरी
उन्होंने रामचरित मानस के सुंदर कांड की पंक्तियों का जिक्र करते हुए कहा कि विनय न माने जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होई ना प्रीत। इन पंक्तियों के जरिए उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत की शांति और संयम को उसकी कमजोरी न समझा जाए। उनके इस कथन ने हर भारतीय के मन में गर्व और आत्मविश्वास जगाया।
क्या है चौपाई का प्रसंग
दरअसल, सुंदरकांड में इस प्रसंग का सुंदर वर्णन है। जब लंका चढ़ाई के समय श्रीराम ने विनयपूर्वक समुद्र से मार्ग देने की गुहार की। लेकिन समुद्र का उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता, तब भगवान राम समझ जाते हैं कि अब अपनी शक्ति से उसमें भय उत्पन्न करना आवश्यक है। एयर मार्शल ने इसी प्रसंग से जुड़ी चौपाई सुनाई। पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों का साथ दिया, तो हमने उसका जवाब दिया। अपनी सेना के नुकसान के लिए वह खुद जिम्मेदार है।' भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई की शाम 5 बजे संघर्ष विराम हुआ था।