भारतीय लोगों की नाश्ते में पहली पसंद पोहा होती है। मालवा में इसे बड़े चाव से खाया जाता है। इतना ही नहीं कई लोग शाम को भी खाने में पोहे खाते हैं। हालांकि पोहे को स्वादिष्ट बनाने के लिए अलग-अलग तरह से प्रयोग किया जाता है। लेकिन पोहे जितनी सरल विधि से और सादे बनाए जाते हैं, वह उतने ही पौष्टिक होते हैं। पोहे खाने के कई सारे स्वास्थ्य संबंधी लाभ है। इसलिए भी इसका सेवन रोज कर सकते हैं। साथ ही सीमित मात्रा में खाने से पेट आराम से इसे पचा भी लेता है।
तो आइए जानते हैं पोहे को कैसे बनाएं और उससे होने वाले लाभ के बारे में-
पोहे बनाने की विधि-
सामग्री- 2 कटोरी पोहा, 1 हरी मिर्च, मूंगफली के दाने, थोड़ी सी हल्दी, नमक और शक्कर।
विधि- सबसे पहले 2 कटोरी पोहा लें, उन्हें 15 मिनट के लिए पानी में भिगों दें। इसके बाद अगर पानी बच जाता है तो उसे निकाल दें। और पोहे में स्वादानुसार नमक और शक्कर डाल लें। बारीक हरी मिर्च कर लें।
- एक कड़ाही में 2 चम्मच तेल रखें। उसे गर्म होने दें। गर्म होने पर थोड़ी सी हींग डालें, इसके बाद थोड़ा सा जीरा, राई और बारीक हरी मिर्च। हल्का-सा पका लें और पोहे डाल दें। पोहे के साथ ही दाने भी डाल दें। सभी को अच्छे से मिक्स कर लें।
- आपके पोहे तैयार है। आप चाहे तो इन्हें नरम रखने के लिए गर्म पानी की तपेली पर रख दें। इससे यह नर्म भी रहेंगे और जल्दी ठंडे नहीं होंगे।
- अब आप इस पर थोड़ा सा जीरावन, नींबू, हरा धनिया और सेंव डालकर सर्व कर दें।
पोहा खाने से आपका ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसका सेवन करने से पेट भी साफ रहता है। शुगर मरीजों के लिए यह एक पौष्टिक फूड है। हालांकि गंभीर बीमारी होने पर डॉ. की सलाह भी एक बार जरूर लें।
- कैलोरी बहुत कम होती है
पोहे में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है। इसलिए रोजाना इसे खाया जा सकता है। इसमें मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा भी अधिक होती है। इसलिए पोहे को आप एक पौष्टिक फूड में शामिल कर सकते हैं।
पोहे में फाइबर की मात्रा अधिक होने से यह पचाने में भी काफी आसान होता है। मप्र के इंदौर शहर में पोहा सबसे अधिक प्रिय खाने वाली चीजों में शुमार है। फिर चाहे ठंड हो, गर्मी हो या बारिश हो। पोहा जरूरी है।
- कार्बोहाइड्रेट की मात्रा
पोहे में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। यह करीब 75 फीसदी होती है। क्या आप जानते हैं कार्बोहाइड्रेट से शरीर को ऊर्जा मिलती है। यह मीठा होता है। यह आसानी से और जल्दी पच जाता है।
- आयरन की पूर्ति करें
जी हां, पोहे में आयरन पर्याप्त मात्रा में होता है। इसका सेवन करने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में मिनरल मिलते हैं, जिनमें से एक आयरन है। आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन के लेवल को बढ़ाता है।