इंदौर। एयरकंडीशन सिस्टम गर्मी से राहत तो दिलाता है, लेकिन यदि उसका रखरखाव सही तरीके से न हो तो ये बीमारी भी दे सकता है। इसी बीच शहर के 2 युवाओं ने 'एसी डॉक्टर' के नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया है। एसी साफ करने की इस प्रक्रिया को वे रजिस्टर भी करवा चुके हैं और अब पेटेंट करवाने की तैयारी में हैं।
एसी क्लिनिंग के परंपरागत तरीकों में सिर्फ फिल्टर से धूल हटाई जाती है, जबकि एसी में बैक्टीरिया भी होते हैं। इन बैक्टीरिया से सर्दी, खांसी, चमड़ी की बीमारी, टीबी और दूसरी वायरल बीमारियां होने का खतरा रहता है, जबकि एसी का रखरखाव दूसरी मशीनों की तरह ही होना चाहिए।
इसी बीच शहर के 2 युवाओं ने एसी को साफ करने की एक इनोवेटिव प्रक्रिया तैयार की, जिसे वे रजिस्टर करवा चुके हैं और अब पेटेंट करवाने की तैयारी में हैं। उन्होंने 'एसी डॉक्टर' के नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया है।
उन्होंने बताया कि इनोवेटिव प्रक्रिया के परिणामों को और भी पुख्ता करने के लिए हमने 15 महीनों तक पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर सर्विसिंग की है। इस दौरान हमने हजारों सर्विसिंग की हैं। इस स्कीम के तहत यूके सरकार एंजल फंडर्स की मदद से इनोवेटिव आयडिया वाले स्टार्टअप्स को यूके में काम करने के लिए इनोवेटर वीज़ा के साथ फंडिंग और दूसरी तरह की सहायता देती है।