Language dispute case : मराठी को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के सड़क पर उतरकर मारपीट करने के बाद निरहुआ के नाम से मशहूर अभिनेता और गायक दिनेश लाल यादव ने ठाकरे बंधुओं (उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे) को चुनौती दी है कि यदि उनमें हिम्मत है तो वे भोजपुरी बोलने के कारण उनको महाराष्ट्र से बाहर निकालकर दिखाएं। यादव ने कहा, मैं खुली चुनौती दे रहा हूं। मैं मराठी नहीं बोलता। मैं भोजपुरी बोलता हूं और महाराष्ट्र में ही रहूंगा। उन्होंने भाषा को लेकर लोगों के बीच दरार पैदा करने के प्रयासों के पीछे गंदी राजनीति का आरोप लगाया।
पलटवार करते हुए मनसे के एक नेता ने कहा कि अगर यादव में हिम्मत है तो उन्हें महाराष्ट्र का दौरा करना चाहिए। यादव ने समाजवादी पार्टी (सपा) के धर्मेंद्र यादव के खिलाफ आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र से 2024 का चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
यादव ने कहा, मैं खुली चुनौती दे रहा हूं। मैं मराठी नहीं बोलता। मैं भोजपुरी बोलता हूं और महाराष्ट्र में ही रहूंगा। आप गरीब लोगों को क्यों निकाल रहे हैं? अगर आपमें हिम्मत है तो मुझे बाहर निकालिए। मैं आपको चुनौती दे रहा हूं, मुंबई में भी।
उन्होंने भाषा को लेकर लोगों के बीच दरार पैदा करने के प्रयासों के पीछे गंदी राजनीति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, देश की खूबसूरती भाषाओं की विविधता है और विभिन्न मातृभाषा बोलने वाले लोग सौहार्दपूर्ण तरीके से रह रहे हैं। आप इस खूबसूरती को नष्ट करना चाहते हैं।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता यशस्वी किलेदार ने यादव को चुनौती दी कि वे उत्तर प्रदेश में बैठकर इस तरह के बयान देने के बजाय महाराष्ट्र का दौरा करें। किलेदार ने कहा कि उन्हें अपनी चुनौती के बारे में पता चल जाएगा और मनसे कार्यकर्ता गालों पर तमाचा मारेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि मराठी मानुष की एकता से सशंकित भाजपा ऐसे लोगों को बढ़ावा दे रही है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour