रिपोर्ट में युवती ने कहा था कि विनय रंगशाही और उनके पिता अशोक रंगशाही (रिटायर्ड डीएसपी) और उनकी पत्नी ने भी मारपीट की थी। तब पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज की थी। विवाह प्रमाणस्वरूप युवती द्वारा थाना भंवरकुआ के अपराध में स्वयं के विवाह तथा निकाह के संबंध में 2 दस्तावेज प्रस्तुत किए गए थे। इन दस्तावेजों की छाया प्रति तथा कार्बन प्रति प्रस्तुत की गई थी।
जब पुलिस ने पूरे मामले व शादी के दस्तावेजों की जांच की तो ये फर्जी निकले। फिर इस मामले को लेकर शिकायतकर्ता युवती ही फर्जी कागज तैयार करने सहित विभिन्न धाराओं की आरोपी बन गई है। प्रकरण दर्ज होने के बाद विनय रंगशाही का ट्रांसफर भी आलीराजपुर से हो गया था और वो फरार रहे, वहीं परिवार की भी काफी बदनामी हुई थी। लेकिन जांच के बाद अब पूरे मामले में नया मोड़ आ गया है।