न बनें पाप के भागीदार : इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया है कि प्रशासन ने शहर में भिक्षावृत्ति को बैन करने वाला आदेश पहले से जारी कर रखा है। उन्होंने कहा कि मैं सभी इंदौरवासियों से अपील करता हूं कि वे लोगों को भीख देकर पाप में भागीदार न बनें। कलेक्टर आशीष सिंह ने इस बात की भी जानकारी दी है कि शहर के प्रशासन ने बीते कई महीनों में भीख मंगवाने वाले अलग-अलग गिरोहों का खुलासा किया है।
पुनर्वास के लिए पायलट प्रोजेक्ट : इंदौर के कलेक्टर ने बताया है कि प्रशासन की ओर से भिक्षावृत्ति में शामिल कई लोगों का पुनर्वास कराया गया है। बता दें कि केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने एक पायलट प्रोजेक्ट को शुरू किया है। इसके तहत देशभर के 10 शहरों को भिक्षुकमुक्त बनाए जाने का फैसला किया गया है। इनमें इंदौर को भी शामिल किया गया है। इनपुट भाषा Edited by : Sudhir Sharma