श्रावण मास और रिमझिम मॉनसून का हरियाला सुअवसर है कि हम अधिकाधिक पुण्य कार्य करें और आने वाली पीढ़ी को एक स्वच्छ सुंदर धरती का उपहार देकर जाएं। यह तभी संभव है जब हम धरा को हरा-भरा बनाने के प्रयास निरंतर जारी रखें।
विशेषकर यह मौसम भी अनुकूल है और धार्मिक दृष्टि से भी इसका महत्व है। सावन में हम जो पुण्य कार्य करते हैं उनमें इसे भी शामिल कर लिया जाए तो निश्चित रूप से भोलेनाथ भी प्रसन्न होंगे।
कुछ इसी सोच के साथ नेमावर रोड के समीप रेणुका टेकरी पर सात साल के नन्हे बच्चे से लेकर 70 साल तक के बुजुर्ग एकत्र हुए और अपने हाथों से जमकर पौधारोपण किए। खास बात यह है कि इन पर्यावरण साथियों ने ना सिर्फ पौधे लगाए वरन उन्हें सहेजने, संभालने का शुभ संकल्प भी लिया।
यह आयोजन संस्था टी-ग्रो और जिम्मी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट के संयुक्त प्रयासों से नेमावर रोड के समीप रेणुका टेकरी पर संपन्न किया गया।
रेणुका टेकरी की 60 एकड़ जगह पर शुरू किए गए इस अनोखे वृक्षारोपण अभियान की सहभागी जिम्मी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट की युवा ऊर्जावान की टीम रही।
इनमें प्रमुख रूप से दीदी के नाम से लोकप्रिय डॉ. जनक पलटा मगिलिगन, समीर शर्मा, कीर्ति सिक्का, जयश्री सिक्का,वरुण रहेजा,निक्की सुरेका,वैभव जोशी,रिंकी जोशी,राजेन्द्रसिंह,ओंकार बाबा नींबू वाले, नेवी ऑफिसर देवेन्द्र तोमर,रक्तमित्र आदि शामिल हुए।
सभी ने अपने हाथ से खड्डे खोद कर 150 पौधे लगाए। सभी ने खूब आनंद लिया। प्रतिभागी कीर्ति सिक्का ने कहा, इस खूबसूरत आयोजन पर जो मन को खुशी मिली वह व्यक्त नहीं की जा सकती।
जनक दीदी ने सभी स्कूल-कॉलेज, संस्था-संगठन और समूहों से आह्वान किया है कि सभी जल्दी से जल्दी बारिश और श्रावण माह में सेवा का अवसर प्राप्त कर पर्यावरण विकास में योगदान दें।