इंदौर। एक महिला की मौत के बाद उसके परिजनों और रिश्तेदारों ने इंदौर के मेट्रो अस्पताल में जमकर हंगामा किया। उनका आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से महिला की जान चली गई। महिला 3 दिन से डॉक्टरों से शिकायत कर रही थी लेकिन उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया।
जबलपुर निवासी काजल पति प्रियांक पैगवार (25 वर्ष) को अंतिम चौराहे पर स्थित मेट्रो अस्पताल में 25 जून को डिलीवरी के लिए भर्ती कराया गया था।
पिता जगदीश ताम्रकार ने बताया कि ऑपरेशन के जरिए उसे बेटा हुआ। कुछ समय बाद उसे पेट में तकलीफ हुई। शुरू में डॉक्टरों ने अनदेखी की और बाद में 4 जुलाई स्थिति गंभीर बताते हुए चोइथराम अस्पताल रैफर कर दिया। आज सुबह काजल की चोइथराम अस्पताल में मौत हो गई।
परिजनों ने शव के साथ अस्पताल के बाहर आधे घंटे तक प्रदर्शन किया। अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान वहां जाम लग गया।
दिग्विजय का काफिला रोका : इस दौरान वहां से पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजयसिंह का काफिला गुजरा तो लोगों ने उसे रोक लिया। उनसे अस्पताल प्रबंधन की शिकायत की। दिग्विजयसिंह ने इस मामले में आईजी से भी बात की।
CSP के आश्वासन पर समाप्त हुआ प्रदर्शन : मौके पर पहुंचे सीएसपी जयंत राठौर से परिजनों ने डॉक्टरों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। सीएसपी ने उन्हें आश्वस्त किया कि जांच के बाद ठोस कार्रवाई की जाएगी। आश्वासन मिलने पर परिजन शव लेकर वहां से रवाना हुए।