सुरजेवाला ने इंदौर प्रेस क्लब में मीडिया से संवाद के दौरान कहा कि भाजपा द्वारा जातिगत जनगणना का विरोध, खासकर ओबीसी और गरीबों से घोर अन्याय है। इस विरोध के साथ ही भाजपा का ओबीसी विरोधी डीएनए भी बेनकाब हो गया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि जातिगत जनगणना समतामूलक समाज के सृजन का आधार स्तंभ है और वंचित तबकों को उनकी आबादी के मान से संसाधनों में हिस्सेदारी एवं न्याय मिलना चाहिए। कांग्रेस महासचिव ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जातिगत जनगणना पर तुरंत अपना रुख स्पष्ट करें।
सुरजेवाला कांग्रेस के मध्यप्रदेश के प्रभारी हैं, जहां नवंबर के दौरान विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों के लिए उम्मीदवार घोषित करने के मामले में सत्तारूढ़ भाजपा से कांग्रेस के पिछड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम पहले ही बता चुके हैं कि कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची राज्य के अलग-अलग अंचलों में निकाली जा रही पार्टी की जन आक्रोश यात्रा संपन्न होने के बाद घोषित की जाएगी।(भाषा)