Amar Shaheed Chandrashekhar Azad : आज चंद्रशेखर आजाद का बलिदान दिवस है। उनका जन्म 23 जुलाई 1906 को हुआ था और निधन 27 फरवरी 1931 में हुआ था। अंग्रेजों से मोर्चा लेते समय उन्होंने प्रयागराज के अल्फ्रेड पार्क में पिस्टल से स्वयं को गोली मार ली थी और क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद शहीद हो गए थे। उस समय उनकी उम्र महज 24 वर्ष थी। उनकी शौर्यगाथाएं और उनका संघर्ष आज भी हमारे जीवन का उद्देश्य बदल सकते हैं।
आइए जानते हैं यहां उनके अनमोल कथन के बारे में
1. हमारे पास सिर्फ एक ही देश है और उसका नाम भारत है।
2. सच्चा धर्म वही है जो स्वतंत्रता को परम मूल्य की तरह स्थापित करे।
3. दुश्मन की गोलियों का सामना हम करेंगे, आजाद हैं, आजाद ही रहेंगे।
4. ऐसी जवानी किसी काम की नहीं जो अपनी मातृभूमि के काम न आ सके।
5. अगर अभी भी तुम्हारा खून नहीं खौला तो यह खून नहीं पानी हैं।
6. जब तक हम अपने लक्ष्य में सफल नहीं होते, हमें हारने का कोई हक नहीं है।
7. मैं जीवन की अंतिम सांस तक देश के लिए लड़ता रहूंगा।
8. मेरा यह छोटा-सा संघर्ष ही कल के लिए महान बन जाएगा।
9. समय के मानव द्वारा ही नहीं, समय के साथ ही चलता है।
10. जो आज़ादी के लिए लड़ते हैं, वे जीवन में आज़ाद रहते हैं।
11. मेरा नाम आजाद है, मेरे पिता का नाम स्वाधीनता है और मेरा घर जेलखाना है।
12. स्वतंत्रता संग्राम के लिए मैं तैयार हूं अपनी आखिरी सांस तक।
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