जन्म स्थान - बावई (होशंगाबाद)
माता - सुंदरीबाई, पिता- नंदलाल
विवाह - ग्यारसी बाई से
उपलब्धियां – अध्यापन कार्य प्रारंभ(1906) ,शिक्षण पद का त्याग, तिलक का अनुसरण (1910), शक्तिपूजा लेख पर राजद्रोह का आरोप (1912), प्रभा मासिक का संपादन (1913), कर्मवीर से सम्बद्ध (1920)
प्रताप का सम्पादन कार्य प्रारंभ (1923), पत्रकार परिषद के अध्यक्ष(1929), म.प्र.हिंदी साहित्य सम्मेलन (रायपुर अधिवेशन) के सभापति ,भारत छोड़ो आंदोलन के सक्रिय कार्यकर्ता (1942) सागर वि.वि. से डी.लिट् की मानद उपाधि से सम्मानित (1959)
प्रमुख कृतियां – माता, कला का अनुवाद, युग चरण, समर्पण, वेणु लो गूंजे धरा, अमीर इरादे गरीब इरादे, समय के पांव, मरण ज्वार ,चिंतक की लाचारी ,हिमकिरीटनी, साहित्य देवता तथा हिमतरंगिनी आदि।