हैरी हुडिनी को कोई किसी बंधन में कभी नहीं बांध सका, यह था जादू की शक्ति का राज

Webdunia
शुक्रवार, 17 सितम्बर 2021 (19:04 IST)
भारत में मोहम्मद छैल, पीसी सरकार, जादूगर आनंद, के. लाल का नाम मशहूर है वहीं पश्‍चिम जगत में हैरी हुडनी, डेविड कॉपरफील्ड, ब्लैक स्टोन, जादूगर डायनामो, क्रिस एंजल, विड ब्लेन, जादूगर शिमाडा आदि कई लोगों के नाम प्रसिद्ध हैं। आओ जानते हैं महान जादूगर हैरी हुडिनी की जादुई शक्ति का राज क्या था और कैसे हुई उनकी मौत।
 
कौन है हुडिनी : पश्‍चिमी जगत में हुडनी या हुडिनी सबसे बड़ा नाम है। सभी जादूगर उनसे प्रेरणा लेते हैं। यहूदी धर्मगुरु के बेटे हुडिनी का वास्तविक नाम एरिक वेस था। उनका जन्म हंगरी के बुडापेस्ट शहर में 24 मार्च, 1874 को हुआ था। पिता की कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण अपने सभी भाई बहिनों के साथ वे अमेरिका में जाकर बस गए। बैस नामक युवती के साथ उनकी शादी भी हुई। 
 
एरिक वेस का परिवार न्यूयार्क में बसा तब उनका परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था क्योंकि उनके पिता की इतनी तनख्वाह नहीं था कि वो अपने 7 बच्चों का सही तरह से पालन पोषण कर सके। इसी वजह से एरिक ने बचपन में ही डिलीवरी बॉय का काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने एक तेज धाव के रूप में कई ट्रॉफियां और मेडल जीते। इसी दौरान उन्होंने 19वी सदी के फ्रांसीसी जादूगर की एक पुस्तक 'मेमोयर्स ऑफ रोबर्ट हार्डिन' को पढ़ा था। यही जादूगर उनका रोल मॉडल बना। उन्होंने उसी के नाम पर अपने नाम के साथ होडिनी जोड़ लिया। फिर वे ताले खोलने के अभ्यास करने लगे और इस तरह उनके जादू की शुरुआत हुई।
 
 
हुडिनी की कला : हुडिनी किसी भी प्रकार के बंधन या ताले से बाहर निकलने की कला जानते थे। उन्होंने जो किया उनके जैसा कोई शायद ही कर पाए। हुडिनी को मूलत: स्टंट परफॉर्मर के तौर पर जाना जाता था। हुडिनी ताले और बेडियों के जकडज़ाल से बच निकलने को जादुई अंदाज में पेश करने में माहिर थे। ऐसा कोई ताला या जंजरी नहीं थी जो उन्हें बांध सके। उन्होंने कई हैरत अंगेज कारनामे किए हैं।
 
हुडिनी के हैरत भरे कारनामे :
1. लंदन में उनकी शौहरत के बाद लंदन के ‘डेली मिरर’ नामक एक अखबार के एक पत्रकार ने उनको चुनौती दी कि वह एक लुहार की पांच सालों की मेहनत से बनाई गई हथकड़ियों को खोल कर दिखाएं। हुडिनी ने उसकी चुनौती स्वीकारते हुए चार हजार दर्शकों के विशाल जनसमूह में उन हथकड़ियों को बिना किसी चाभी के पांच मिनट में खोलकर दिखा दिया।
 
2. वॉशिंगटन की एक जेल में उसे पूरी तरह निर्वस्त्र करने के बाद उसकी तलाशी लेकर एक काल कोठरी में डाल दिया गया। अब जेल अधिकारी निश्चिन्त थे कि किसी तरह का औजार पास में न होने के कारण हुडिनी बाहर न निकल सकेगा। लेकिन आश्चर्य कि न केवल वह स्वयं दो ही मिनट के अन्तराल में उस काल कोठरी से बाहर हो गया, बल्कि खेल ही खेल में उसने 27 मिनट के थोड़े से समय में 18 अन्य कैदियों को उनकी अपनी कोठरियों से निकाल कर दूसरी कोठरियों में डाल दिया। इस तरह हुडिनी के किस्से हजारों हैं। होडिनी ने हाथी को गायब करने और जिन्दा जल जाने वाल कारनामे भी किए।

 
हुडिनी के जादू का राज : यह आश्चर्य वाली बात थी कि हुडिनी ने एक बार पत्रकारों को बताया था कि उसके चमत्कारों का रहस्य भारतीय योग के प्राणायाम की श्वास की सिद्धि एवं मन की एकाग्रता में है। इस सिद्धि से वे अपने शरीर को कुछ हद तक फैला और सिकौड़ लेते थे। 
 
कैसे हुई हुडिनी की मौत : हुडिनी अपने शो के आखिरी में ‘चाइनीज वाटर टॉर्चर सेल’ नाम का खतरनाक करतब दिखाते थे। इसमें उन्हें पानी से भरे एक टैंक के अंदर पैरों में जंजीर और ताला लगाकर उल्टा डाला दिया जाता था। हुडिनी कोशिश करते थे पानी से बाहर निकलने की लेकिन निकल नहीं पाते थे। दर्शकों के मन में घबराहट फैल जाती थी। हुडिनी तड़फने का नाटक करते थे और अंत में जब लगता कि वह डूब गए हैं तभी वह एकदम से सबके सामने आकर सभी को चौंका देते थे।
 
 
एक दिन हुडीनी ने ऐसा ही करतब करने लगे तभी अचानक उनका टखना करतब दिखाते हुए टूट गया। टूटे टखने के बावजूद भी हुडिनी ने शो को पूरा किया और किसी को चोट की खबर भी नहीं लगने दी। बाद में उन्होंने डॉक्टर को बताया तो डॉक्टर ने कहा कि अब तुम्हें कुछ माह तक शो नहीं करना चाहिए जब तक की यह ठीक नहीं हो जाता।
 
लेकिन हुडिनी कहां मानने वाले थे, क्योंकि उन्हें तो लगातार शो करना था। उन्हें बुखार भी और टखना भी टूटा हुआ था। वे अपने कमरे में आराम कर रहे थे कि तभी एक लड़का आया और उसने कहा‍ कि मैं विश्वास नहीं करता आप पर। दरअसल, हुडिनी के बारे में कहा जाता था कि वे जब एक बार अपना पेट कस लेते थे तो दुनिया के सबसे ताकतवर इंसान का मुक्का भी सहन कर लेते थे। लड़के को इस बात पर विश्वास नहीं था। हुडिनी उस लड़के का शक दूर करना चाहते थे। वे पलंग पर से उठे और तभी उस लड़के ने उनके पेट में मुक्के मारना शुरू कर दिया जबकि वे इसके लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने उस लड़के को रोकने का प्रयास भी किया लेकिन वह लड़का मुक्के मारता ही रहा। 
 
कहते हैं कि मुक्के खाकर उनके पेट में दर्द होने लगा था और उन्हें शो भी करना था। उनका टखना भी टूटा हुआ था। फिर भी उन्होंने शो किया और उन्होंने अपनी फाइनल परफॉरमेंस शुरू ही की थी कि वह अचानक से नीचे गिर पड़े। पूरे ऑडीटोरियम में सन्नाटा छा गया। तुरंत ही हुडिनी को हॉस्पिटल ले जाया गया। ऑपरेशन के दौरान पाया गया कि उनका अपेंडिक्स फट गया था। डॉक्टरों उसे ठीक तो कर दिया लेकिन उसके बाद भी हुडिनी होश में नहीं आए। एक हफ्ते बाद हुडीनी ने दम तोड़ दिया। हालांकि कई लोगों का मानना है कि उस लड़के के मुक्के मारने की वजस से उनकी मौत नहीं हुई थी। उनकी मौत आज भी एक रहस्य है। हंगरी-अमेरिका में जन्मे हुडनी ने 31 अक्टूबर 1926 में 52 साल की उम्र में अंतिम सांस ली।

संकलन : अनिरुद्ध

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