पाकिस्तान की एक अदालत ने ईशनिंदा की दोषी ईसाई लड़की की जमानत के लिए सुनवाई स्थगित कर दी है। इस सुनवाई का स्थगन शिकायतकर्ता के वकील की ओर से आधिकारिक मेडिकल बोर्ड की उस रिपोर्ट को चुनौती देने के बाद आया है, जिसमें लड़की के नाबालिग होने का दावा किया गया है।
इस्लामाबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश जावेद अब्बास ने कहा कि जमानत की सुनवाई सितंबर में की जाएगी। इससे पहले उन्होंने इस लड़की (रिम्शा मसीह) की मेडिकल जांच के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है।
रिम्शा पर कुरान के पन्ने जलाने का आरोप लगाने वाले व्यक्ति के वकील द्वारा मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट को चुनौती दिए जाने के बाद जज ने जमानत सुनवाई को स्थगित करने का फैसला सुनाया। (भाषा)