सुरक्षा के लिए लगाया उड़ानों पर प्रतिबंध

बुधवार, 23 जुलाई 2014 (12:53 IST)
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वॉशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा है कि अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के मकसद से इसराइल जाने वाली अमेरिकी उड़ानों पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया गया है।

अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि केरी ने इस शाम नेतन्याहू से बात की और इसराइली प्रधानमंत्री ने जो मुद्दे उठाए उनमें एफएए की ओर से बेन गुरियन हवाई अड्डे के संदर्भ में जारी नोटिस का मुद्दा भी शामिल रहा।

एफएए का नोटिस अमेरिकी नागरिकों और अमेरिकी विमानों की सुरक्षा के लिए जारी किया गया है। केरी ने मंगलवार को नेतन्याहू से फोन पर बात की। इससे पहले अमेरिका के संघीय विमानन प्राधिकरण (एफएए) अमेरिकी विमानन कंपनियों के तेल अवीव स्थित बेन गुरियन हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरने पर 24 घंटे तक के लिए रोक लगा दी।

एफएए की ओर से यह फैसला हमास द्वारा दागे गए रॉकेट के तेल अवीव के हवाई अड्डे से कुछ दूरी पर गिरने के बाद किया गया।

गाजा संकट को लेकर संघर्ष विराम कराने के मकसद से केरी फिलहाल मिस्र की राजधानी काहिरा में हैं। इसराइल और हमास के बीच संघर्ष में अब तक 630 से अधिक फलस्तीनी और 29 इसराइली सैनिक मारे जा चुके हैं।

अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि एफएए स्थिति पर निरंतर नजर बनाए रखेगा और इसका आकलन करेगा तथा इसके बारे में नोटिस जारी होने के 24 घंटे पूरा होने से पहले संशोधित दिशा निर्देश जारी करेगा।

उधर अमेरिकी विदेश विभाग की उपप्रवक्ता मैरी हार्फ ने इससे इंकार किया कि उड़ान पर प्रतिबंध संघर्ष विराम के लिए इसराइल पर दबाव बनाने के मकसद से लगाया गया है। यूरोप की कई प्रमुख विमानन कंपनियों ने भी इसराइल के लिए उड़ानों का परिचालन रोक दिया है।

जर्मनी की लुफ्तांसा, एयर फ्रांस, एयर कनाडा, अलीटालिया, डच केएलएम, ब्रिटेन की इजी जेट, टर्किश एयरलाइंस और यूनान की ऐजीन एयरलाइंस तेल अवीव के लिए उड़ानों पर रोक लगाने वाली विमानन कंपनियों में शामिल हैं। (भाषा)

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