गाजा पट्टी पर शासन करने वाले हमास ने शनिवार सुबह इसराइल के दक्षिण में हवा, भूमि और समुद्र से अचानक हमला कर दिया था। इसराइल में सैनिकों समेत कम से कम 350 इसराइली मारे गए हैं और 1900 से अधिक घायल हुए हैं। इसे बीते 50 साल में देश में हुआ सबसे भीषण हमला कहा जा रहा है। इसराइल के जवाबी हमले में गाजा पट्टी में लगभग 300 लोगों की मौत हुई है जबकि करीब 1500 घायल हुए हैं।
सऊद ने कहा,12 नेपाली छात्रों से संपर्क नहीं हो पाया है और उनके हताहत होने की आशंका है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार 'सीखो और कमाओ' कार्यक्रम के तहत 17 नेपाली छात्र दक्षिणी इसराइल के कुबुज अलुमिम में रह रहे थे। उनमें से दो छात्र सुरक्षित निकलने में सफल रहे और तीन छात्र घायल हो गए।
विदेश मंत्रालय ने हमास आतंकवादी समूह द्वारा इसराइल में किए गए हमले की कड़ी निंदा की है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नेपाल सरकार ने घटना को गंभीरता से लिया है। मंत्रालय के अनुसार, नेपाल सरकार ने विदेश मंत्री सऊद की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है जिसका उद्देश्य इसराइल में मौजूद नेपाली नागरिकों को बचाना है।
सऊद ने रविवार को संसद को बताया, समिति लगातार स्थिति की निगरानी करेगी, नेपाली नागरिकों के सामने आने वाली स्थितियों का मूल्यांकन करेगी, बचाव कार्यों के संबंध में आवश्यक निर्णय लेगी और प्रभावी ढंग से समन्वय एवं सहयोग करेगी। इससे पहले हमास आतंकवादियों के हमले में कम से कम नौ नेपाली नागरिकों के घायल होने की खबर थी।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)