पाकिस्तान के चुनाव में आतंकवाद की एंट्री, हाफिज सईद का बेटा लाहौर से चुनावी मैदान में
सोमवार, 25 दिसंबर 2023 (21:11 IST)
Hafiz Saeeds son enters politics in Pakistan : मुंबई के 26/11 आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के एक नए राजनीतिक संगठन ने पाकिस्तान में 8 फरवरी को होने वाले आम चुनाव के लिए अधिकतर राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। सईद का बेटा तल्हा सईद लाहौर की एनए-127 सीट से चुनाव लड़ रहा है।
आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का संस्थापक सईद आतंकी वित्तपोषण मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से प्रतिबंधित जमात-उद-दावा (जेयूडी) से जुड़े कुछ अन्य नेताओं के साथ 2019 से ही जेल में है।
सईद ने पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) नाम से एक अलग राजनीतिक दल बनाया है। पीएमएमएल का चुनाव चिन्ह 'कुर्सी' है।
पीएमएमएल के अध्यक्ष खालिद मसूद सिंधु ने एक वीडियो संदेश में कहा कि उनकी पार्टी अधिकांश राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
खालिद मसूद सिंधु ने कहा कि हम भ्रष्टाचार के लिए नहीं बल्कि लोगों की सेवा करने और पाकिस्तान को एक इस्लामी कल्याणकारी राज्य बनाने के लिए सत्ता में आना चाहते हैं।
सिंधु एनए-130 लाहौर से उम्मीदवार है, जहां से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी चुनाव लड़ रहे हैं।
सिंधु से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने सईद के संगठन के साथ अपनी पार्टी का संबंध होने से इनकार किया है।
सिंधु ने सोमवार को दावा करते हुए कहा कि पीएमएमएल का हाफिज सईद से कोई संबंध नहीं है।
वर्ष 2018 में मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) जमात-उद-दावा का राजनीतिक चेहरा थी। इसने अधिकांश सीट पर विशेषकर पंजाब प्रांत में अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन वह एक भी सीट जीतने में सफल नहीं हुई थी।
एमएमएल पर प्रतिबंध के कारण 2024 के चुनावों के लिए पीएमएमएल का गठन किया गया है।
हाफिज सईद संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी है, जिस पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा है।
सईद के नेतृत्व वाला जमात-उद-दावा लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का मुखौटा संगठन है, जो मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार है। इस हमले में छह अमेरिकी नागरिकों समेत 166 लोगों की मौत हुई थी। भाषा