भारत ने कहा तो माना नहीं, अब पुलिस ने खोली ट्रूडो की पोल, 9 साल में ड्रग्‍स से 50 हजार मौतें

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

सोमवार, 10 फ़रवरी 2025 (10:44 IST)
भारत ने कई बार कनाडा को बताया कि वहां ड्रग्स से हालात खराब है, लेकिन कनाडा ने भारत की एक न सुनी। अब जस्टिन ट्रूडो की सरकार के जाने के बाद कनाडा पुलिस ने ड्रग को लेकर बडा खुलासा किया है। इस खुलासे ने भारत के उन दावों को और पुख्‍ता कर दिया कि कनाडा ड्रग्‍स तस्‍करों का हब बन गया है। रॉयल कैनेडियन पुलिस के मुताबिक पिछले 9 सालों में कनाडा में ड्रग्‍स के ओवरडोज के चलते 50 या 100 नहीं बल्कि 50 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। कनाडा में बढ़ते ड्रग्‍स तस्‍करों के नेटवर्क से भारत तो पहले ही लंबे वक्‍त से परेशान था। अब इस फेहरिस्‍त में अमेरिका का नाम भी जुड़ गया है। रॉयल कैनेडियन पुलिस ने स्वीकार किया कि 4000 संगठित गिरोह इस वक्‍त काम कर रहे हैं, जिसमें अधिकांश ड्रग्स बेचने वाले हैं। इनमें ज्यादातर लोग एशियाई मूल के हैं और एक बड़े माफिया सरगना के तार चीन से भी जुड़े हुए हैं।

कनाडा की पूर्ववर्ती ट्रूडो सरकार की नीतियों ने कनाडा को अंतरराष्ट्रीय ड्रग हब बना दिया है। कनाडा में ट्रूडो सरकार के जाते ही रॉयल कैनेडियन पुलिस ने पोल खोलनी शुरू कर दी है। रॉयल कैनेडियन पुलिस प्रमुख ने आधिकारिक तौर पर इस बात को स्वीकार किया है कि कनाडा में ड्रग तस्करों का बोलबाला है। इस समय कुल चार हजार संगठित अपराधी गिरोह काम कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर जहरीले ड्रग फेंटेनाइल की तस्करी कर रहे है।

कनाडा में क्यों मर रहे लोग : कनाडा में ड्रग्स की ओवरडोज लेने से होने वाली मौतों में पिछले आठ सालों में दो सौ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। एक आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक 2016 के बाद नशीले पदार्थ की ओवरडोज से लगभग 50000 कनाडा लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कनाडा के अंतरराष्ट्रीय ड्रग हब बनने का सबसे बड़ा महत्वपूर्ण कारण पूर्ववर्ती सरकार के संदेहास्पद लोगों से संबंध रहे हैं। जिसके चलते वे सख्त कानून में लगातार ढील देते चले गए। मसलन मादक पदार्थों के तस्करों के लिए अनिवार्य जेल समय सीमा को पूर्ववर्ती सरकार ने समाप्त कर दिया। अधिकांश ड्रग तस्करों को बड़ी आसानी से जमानत मिलने लगी और उन्हें कानून का कोई डर नहीं रहा। नतीजे के तौर पर कनाडा अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्करों का अड्डा बन गया।

कनाडा के जरिए US में चीन पहुंचा रहा ड्रग्स : कनाडा के मादक पदार्थों के हब बनने से अमेरिका भी बेहद परेशान है। क्योंकि इनमें से एक बड़े तस्कर के सीधे संबंध चीनी एजेंसियों से भी बताए जाते हैं। अमेरिका ने कनाडा से जो गोपनीय जानकारी मांगी थी उसमें सैम गोर नाम के एक बड़े तस्कर नेटवर्क की बाबत जानकारी मांगी गई थी। यह तस्कर नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी करता है और अमेरिकी जांच के मुताबिक इसके पीछे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के कुछ कार्यकर्ता भी शामिल है। कनाडा में मादक पदार्थों के तस्करी नेटवर्क में ज्यादातर एशियाई लोग शामिल है। कनाडा के वर्तमान चुनावों में मादक पदार्थों की तस्करी और पूर्ववर्ती सरकार की इन तस्करों से सांठगांठ भी एक मुद्दा बनी हुई है।
Edited By: Navin Rangiyal

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