लाहौर। विभाजन के 72 साल बाद पाकिस्तान ने पंजाब प्रांत में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा चोआ साहिब के दरवाजे भारत समेत विभिन्न देशों के सिख श्रद्धालुओं के लिए शुक्रवार को खोल दिए। यह कदम नवंबर में गुरु नानक देव की 550वीं जयंती की तैयारी के मद्देनजर उठाया गया है।