उन्होंने कहा कि टीटीपी के कुछ समूह जो शांति के पक्षधर हैं, वे हमारी सरकार के साथ बातचीत करना चाहते हैं। इस बीच, पाकिस्तान से अलग पश्तूनिस्तान बनाने की मांग करने वाले टीटीपी ने हाल के दिनों में यहां हमले तेज कर दिए हैं।
उन्होंने पाक सरकार और टीटीपी के बीच बातचीत में अफगान तालिबान की मध्यस्थता की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि चूंकि बातचीत अफगानिस्तान में चल रही है, इसलिए मैं इससे इंकार नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि टीटीपी के साथ समझौता ना हो, लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं।