पोम्पिओ के प्रवक्ता ने बताया कि अपने एक हफ्ते के दौरे पर वह सबसे पहले उत्तर कोरिया जाएंगे और परमाणु निरस्त्रीकरण के मुद्दे पर चली आ रही बातचीत को जारी रखेंगे। इसके अलावा वह तोक्यो, हनोई, आबु धाबी और ब्रसेल्स भी जाएंगे।
विदेश मंत्रालय ने हालांकि इस संबंध में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया सिवाए यह कहने के कि अपरिहार्य कारणों से वार्ता स्थगित करनी पड़ी। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने बताया कि “कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण के महत्त्वपूर्ण काम को जारी रखने के लिए, विदेश मंत्री पोम्पिओ पांच जुलाई को अपनी टीम के साथ उत्तर कोरियाई नेता से मुलाकात करने के लिए उत्तर कोरिया रवाना होंगे।”