कहीं पाकिस्तान के लिए तो चेतावनी नहीं है 'महाबम'!

शुक्रवार, 14 अप्रैल 2017 (00:59 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिका ने गुरुवार को शाम 7 बजे खूंखार आतंकी संगठन आईएआईएस के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दुनिया के सबसे गैर परमाणु बम 'जीबीयू 43' को गिराकर पूरी दुनिया को अचंभित कर डाला है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि कहीं यह महाबम पाकिस्तान के लिए चेतावनी तो नहीं है क्योंकि आतंकियों की सबसे बड़ी शरण स्थली यही देश बना हुआ है।   
 
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सीन स्पाइस ने कहा कि हां, हमने 10 हजार किलो वजनी इस बम को पाकिस्तानी सीमा के करीब अफगानिस्तान में गिराया गया है ताकि सुरंगों और गुफाओं में छुपने वाले आईएस के आतंकी मौत की नींद सो जाएं। यह पहला प्रसंग है जबकि अमेरिका ने अफगानिस्तान में इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है।
दरअसल अमेरिका ने इस महाबम का इस्तेमाल पाकिस्तानी सीमा के पास उन आईएसआईएस लड़ाकों के खिलाफ किया है, जो गुफाओं और सुरंगों को ढाल बनाकर छुप जाया करते थे। अमेरिकी सेना से मिली जानकारी के मुताबिक जीबीयू 43 बम को अमेरिकी एयरफोर्स के स्पेशल ऑपरेशंस कमांड न एमसी 130 एयरक्रॉफ्ट से पूर्वी अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत के अछिन जिले में नीचे गिराया ताकि आतंकियों की गु्फाओं और सुरंगों को नष्ट किया जा सके, जो उनकी शरण स्थली बने हुए हैं।

यह भी पढ़ें  :  जानिए कितना शक्तिशाली है 'महाबम' जीबीयू-43 

 
पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टंप ने कहा कि बम को मैसिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट बॉम्ब (एमओएब) के नाम से जाना जाता है और इसे मदर ऑफ ऑल बम्स कहा जाता है। पूरी दुनिया इस वक्त आतंकवाद से जूझ रही है और लगता है कि इस महाबम के प्रयोग से अमेरिका ने खुले आम आईएसआईएस के आतंकियों के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है।

यह भी पढ़ें : अमेरिका ने आईएस के ठिकानों पर गिराया 'महाबम' 
 
अमेरिका ने कहा कि हम आम नागरिकों को कम के कम और आतंकियों को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। सुबह जब सूरज निकलेगा, तभी पता चलेगा कि महाबम ने आईएसएआईस को कितना नुकसान पहुंचाया है और कितने बेकसूर इसकी जद में आए हैं।

वेबदुनिया पर पढ़ें