कुछ ब्लॉगर के अनुसार, आईएसआईएस के कुछ समर्थक इन वेबसाइट्स को डार्क वेब में बदलना चाहते थे क्योंकि इन वेबसाइट्स को ढूंढना और बंद करना मुश्किल होता है। डार्क वेब इंटरनेट पर बने ऐसे पेज हैं जिन्हें पब्लिकली एक्सेस नहीं किया सकता, केवल कुछ गुमनाम टूल्स के जरिए ही इन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है।