इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सेना ने रविवार को कहा कि देश में उत्पन्न राजनीतिक उथल-पुथल की स्थिति से उसका कोई लेना-देना नहींहै। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने यह टिप्पणी अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किए जाने और प्रधानमंत्री इमरान खान की सलाह पर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी द्वारा नेशनल असेंबली को भंग करने की पृष्ठभूमि में एक निजी टीवी चैनल से बात करते हुए की।
इफ्तिखार ने कहा कि नेशनल असेंबली में आज जो भी हुआ, उससे सेना का कोई लेना देना नहीं है। पाकिस्तान के अस्तित्व में आने के बाद से अब तक 75 साल की अवधि में आधे से अधिक समय तक यहां की सेना ने देश पर राज किया है। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने गत एक हफ्ते में कम से कम दो बार प्रधानमंत्री खान से मुलाकात की है।
इससे पहले रविवार को नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री को हटाने के लिए संयुक्त रूप से पेश अविश्वास प्रस्ताव को संविधान के अनुच्छेद-5 के तहत असंवैधानिक करार देते हुए खारिज कर दिया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री को संसद के निचले सदन को भंग करने की सिफारिश राष्ट्रपति को भेजने का समय मिल गया।