किताब के मुताबिक, जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस बारे में जानकारी देने के लिए जरदारी को फोन किया तो उन्होंने (जरदारी ने) ओबामा से कहा कि जो भी नतीजा हो, यह बहुत अच्छी खबर है। अल्लाह आपके और अमेरिकी लोगों के साथ है।
रोड्स ने अपनी किताब ‘ द वर्ल्ड एज इट इज : ए मेमोइर ऑफ द ओबामा व्हाइट हाउस ’ में लिखा है, 'जरदारी को पता था कि अमेरिका द्वारा पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन करने पर उन्हें देश में कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा।' यह किताब इसी हफ्ते बाजार में आई है।
रोड्स ने दोनों राष्ट्रपतियों के बीच बातचीत के हवाले से कहा, 'लेकिन वह (जरदारी) परेशान नहीं थे। जरदारी और अमेरिकी राष्ट्रपति की यह बातचीत ओबामा द्वारा राष्ट्र को संबोधित करने से पहले हुई थी, जिसमें उन्होंने अपने देशवासियों को ओसामा बिन लादेन के मारे जाने की जानकारी दी थी।