कराची। अशांत बलोचिस्तान प्रांत के तटीय शहर ग्वादर में बलोच आतंकवादियों ने पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की एक प्रतिमा को बम धमाके में नष्ट कर दिया। 'डॉन' समाचार पत्र में सोमवार को प्रकाशित खबर के मुताबिक सुरक्षित क्षेत्र माने जाने वाले मरीन ड्राइव पर जून में स्थापित की गई प्रतिमा को रविवार की सुबह प्रतिमा के नीचे विस्फोटक रखकर उड़ा दिया गया। खबर के अनुसार विस्फोट में प्रतिमा पूरी तरह से नष्ट हो गई।
उन्होंने कहा कि विस्फोटक लगाकर जिन्ना की प्रतिमा को नष्ट करने वाले आतंकवादी पर्यटकों के रूप में क्षेत्र में घुसे थे। उनके मुताबिक अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन एक-दो दिन में जांच पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि हम मामले को सभी कोणों से देख रहे हैं और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।
साल 2013 में बलूच आतंकवादियों ने जियारत में 121 साल पुरानी इमारत में विस्फोट कर दिया था जिसमें कभी जिन्ना रहा करते थे। बाद में इसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया गया। तपेदिक से पीड़ित होने के बाद जिन्ना ने अपने जीवन के अंतिम दिन वहीं बिताए थे। जिन्ना 1913 से लेकर 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान की स्थापना तक ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के नेता रहे। इसके बाद 1948 में निधन होने तक वे पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल रहे।(भाषा)