प्रस्ताव में कहा गया है कि बलूचिस्तान के बारे में भारत के प्रधानमंत्री के बयान ने साबित किया है कि प्रांत में आतंकवाद स्पष्ट रूप से भारत प्रायोजित है। प्रस्ताव पर टिप्पणी करते हुए लहरी ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान की संप्रभुता और इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का उल्लंघन किया है।